Giloy Ke Fayde
गिलोय, जिसे ‘अमृता’ भी कहा जाता है, आयुर्वेद में एक अत्यंत महत्वपूर्ण औषधि मानी जाती है. इसे ‘गुडुची’ के नाम से भी जाना जाता है. गिलोय एक बेल है, जिसका उपयोग विभिन्न बीमारियों के उपचार में किया जाता है. गिलोय के पत्ते, तना, और जड़ सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. यहां हम जानेंगे गिलोय के विभिन्न स्वास्थ्य लाभ और इसका सेवन करने का सही समय.

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
गिलोय का सबसे प्रमुख लाभ इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की क्षमता है. इसका नियमित सेवन करने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है और यह विभिन्न संक्रमणों से बचाता है.
बुखार में लाभकारी
गिलोय का उपयोग बुखार, विशेषकर डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर में किया जाता है. यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और बुखार को कम करने में सहायक होता है.
मधुमेह में सहायक
गिलोय मधुमेह के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाता है।
पाचन तंत्र सुधारें
गिलोय का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करता है. यह एसिडिटी, गैस, और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है और पेट के विकारों को ठीक करता है.

तनाव और चिंता को कम करें
गिलोय मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है. इसका सेवन करने से तनाव और चिंता कम होती है और मानसिक शांति प्राप्त होती है.
संक्रमण और सूजन को कम करें
गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर में संक्रमण और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. यह जोड़ों के दर्द और आर्थराइटिस में भी राहत देता है.
गिलोय का सेवन करने का सही समय
गिलोय का सेवन करने का सही समय और तरीका जानना बेहद जरूरी है ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके. गिलोय का सेवन सुबह खाली पेट करना सबसे फायदेमंद माना जाता है. गिलोय का रस, चूर्ण, या काढ़ा किसी भी रूप में लिया जा सकता है.
गिलोय का रस
गिलोय का रस बनाने के लिए ताजे गिलोय के तनों को पानी में उबालकर छान लें. इस रस को रोज सुबह खाली पेट पिएं. इससे इम्यूनिटी बढ़ती है और शरीर की सभी समस्याओं का समाधान होता है.
गिलोय का चूर्ण
गिलोय के सूखे तनों को पीसकर चूर्ण बना लें. इस चूर्ण को एक चम्मच की मात्रा में पानी या शहद के साथ सुबह लें. यह पाचन तंत्र को सुधारने और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
गिलोय का काढ़ा
गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए गिलोय के तने को पानी में उबालें और इसमें तुलसी के पत्ते और अदरक डालें. इस काढ़े को छानकर सुबह और शाम सेवन करें. यह बुखार और संक्रमण में लाभकारी होता है.