अक्टूबर 2024 से शुरू हो रहे त्योहार और नवंबर-दिसंबर में देशभर में होने वाली शादियों से भारतीय अर्थव्यवस्था को बड़ा बूस्ट मिलने की उम्मीद है. इन दोनों मौकों पर विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं की मांग में भारी इजाफा होगा, जिससे आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी. अनुमान है कि इस साल अक्टूबर से दिसंबर तक की अवधि में देश की जीडीपी विकास दर 7% से अधिक रह सकती है.
अर्थव्यवस्था को बूस्ट देंगे त्योहार और शादियां
अक्टूबर में नवरात्रि, दिवाली और अन्य बड़े त्योहारों के बाद नवंबर-दिसंबर में देशभर में 48 लाख से अधिक शादियों का आयोजन होगा. इन मौकों पर ऑटोमोबाइल, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, गारमेंट्स, ज्वैलरी, गिफ्ट आइटम्स और खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ेगी. इसके अलावा, रियल एस्टेट, मकान-दुकान खरीदारी और सेवाओं जैसे कैटरिंग, वीडियोग्राफी और सजावट के कारोबार में भी तेजी देखी जाएगी.
स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में लोगों से मेक इन इंडिया उत्पादों की खरीदारी करने की अपील की. उन्होंने मिट्टी के दीयों का उल्लेख करते हुए कहा कि सिर्फ मिट्टी के दीये खरीदना ही वोकल फॉर लोकल नहीं है, बल्कि हमें सभी तरह के स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करना चाहिए. इस अपील का असर बाजार में दिखने की उम्मीद है, जहां लोग स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी करेंगे. इससे चीन से आयातित गिफ्ट और अन्य सामानों की बिक्री में कमी आएगी.
ग्रामीण क्षेत्रों से मजबूत मांग
इकरा, एक प्रमुख क्रेडिट रेटिंग एजेंसी, का मानना है कि इस साल सरकारी पूंजीगत खर्च और ग्रामीण इलाकों से जबरदस्त मांग के कारण अर्थव्यवस्था को खासा बूस्ट मिलेगा. रबी और खरीफ सीजन में रिकार्ड उत्पादन की संभावना के चलते ग्रामीण क्षेत्रों से भारी खरीदारी की उम्मीद है. इसका असर उपभोक्ता वस्तुओं और अन्य सामानों की बिक्री पर पड़ेगा.
48 लाख शादियों से होगा 6 लाख करोड़ का कारोबार
कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक, नवंबर-दिसंबर में 48 लाख से अधिक शादियां होने का अनुमान है, जिससे लगभग 6 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा. शादियों में वस्तुओं की खरीदारी के साथ-साथ कैटरिंग, ट्रांसपोर्ट, सजावट और वीडियोग्राफी जैसी सेवाओं की मांग भी बढ़ेगी. इनसे संबंधित सेवाओं में भी भारी इजाफा देखा जाएगा.
ज्वैलरी और इलेक्ट्रॉनिक्स की बढ़ती मांग
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अनुसार, इस साल त्योहारों के दौरान ज्वैलरी की खरीदारी में पिछले साल के मुकाबले 20% तक की वृद्धि हो सकती है. वहीं, खुदरा व्यापारी अनुमान लगा रहे हैं कि टीवी, फ्रिज और अन्य घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स की बिक्री में सामान्य महीनों की तुलना में 40% तक की बढ़ोतरी हो सकती है. रियल एस्टेट क्षेत्र में भी दिवाली और नवरात्रि के दौरान 15% तक की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है.
निष्कर्ष
त्योहार और शादियों के इस सीजन में अर्थव्यवस्था को कई क्षेत्रों से बूस्ट मिलेगा. स्थानीय उत्पादों की बिक्री में वृद्धि, ग्रामीण मांग और शादियों के चलते विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार बढ़ेगा, जिससे जीडीपी विकास दर 7% से अधिक रहने की संभावना है.