प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 समेत कुछ प्रमुख बहुपक्षीय शिखर सम्मेलनों में भाग लेने के लिए जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। इस दौरान वो 40 से अधिक कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं। अपनी छह दिवसीय यात्रा से पहले पीएम ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जापान में जी7 शिखर सम्मेलन में उनकी उपस्थिति भारत के लिए उपयोगी साबित होगी क्योंकि वर्तमान में जी20 की अध्यक्षता भारत के पास है।
क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी।
पीएम मोदी ने कहा, ‘हिरोशिमा में होने जा रहा जी7 शिखर सम्मेलन विविध वैश्विक पर विचारों के स्वस्थ आदान-प्रदान की प्रतीक्षा कर रहा है. जापान यात्रा के बाद पापुआ न्यू गिनी में FIPIC समिट है, जो बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है. वहां सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य जैसे विषयों पर प्रोडक्टिव और सकारात्मत बातचीत होगी. मैं इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में रहूंगा, जहां मैं अपने मित्र और ऑस्ट्रेलिया के पीएम के साथ बातचीत करूंगा. यह यात्रा भारत-ऑस्ट्रेलिया की दोस्ती को और मजबूत करेगी.’
G7 में क्या चर्चा होगी?
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि G7 की बैठक में प्राथमिकताओं से जुड़े कई विषयों पर चर्चा होगी। इसमें संपर्क बढ़ाने, सुरक्षा, परमाणु निरस्त्रीकरण, आर्थिक सुरक्षा, क्षेत्रीय मुद्दे, जलवायु परिवर्तन, खाद्य एवं स्वास्थ्य तथा विकास के अलावा डिजिटलीकरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दे शामिल हैं।
FIPIC III समिट में भी होंगे शामिल
पीएम मोदी 22 मई को पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ संयुक्त रूप से फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आईलैंड कोऑपरेशन (FIPIC III समिट) के तीसरे शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं आभारी हूं कि सभी 14 प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) ने इस महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन में भाग लेने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।