भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 19-23 अगस्त 2024 के बीच शुद्ध रूप से खरीदारी की है. इस अवधि में एफपीआई ने घरेलू शेयर बाजारों में 4,897.16 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. हालांकि, इस ताजा निवेश के बावजूद, एफपीआई की कुल शुद्ध बिकवाली अगस्त महीने में अभी भी 16,305 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है.
एफपीआई का हालिया निवेश
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने पिछले सप्ताह शुद्ध खरीदारी की, जबकि इसके पूर्व सप्ताह (12-17 अगस्त) में उन्होंने 7,769.73 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. इस उतार-चढ़ाव को देखते हुए, अगस्त के दौरान एफपीआई की शुद्ध बिकवाली में लगातार वृद्धि देखी गई है. इस माह में एफपीआई के खरीदारी और बिक्री के बीच का अंतर दर्शाता है कि विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में सतर्कता बनाए हुए हैं.
घरेलू निवेशकों की मजबूत भागीदारी
इस बीच, घरेलू निवेशकों ने अगस्त 2024 में भारतीय शेयर बाजारों में 47,080.38 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं. यह आंकड़ा दर्शाता है कि घरेलू निवेशकों की सक्रियता भारतीय शेयर बाजार को स्थिरता प्रदान कर रही है, जबकि विदेशी निवेश में उतार-चढ़ाव जारी है. बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा के अनुसार, नीति निर्माताओं के लिए यह आवश्यक है कि वे घरेलू निवेश को प्रोत्साहित करने वाले माहौल को बढ़ावा देते रहें और विदेशी निवेशकों को भी बाजार का अभिन्न अंग बनाए रखें.
डेट बाजार में एफपीआई का निवेश
एफपीआई का डेट या बॉन्ड बाजार में निवेश भी जारी है। एनएसडीएल के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में अब तक एफपीआई ने डेट बाजारों में 11,366 करोड़ रुपये का निवेश किया है. कैलेंडर वर्ष 2024 के दौरान, एफपीआई का डेट बाजार में निवेश 1.02 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. इस मजबूत निवेश के पीछे एक प्रमुख कारण भारत सरकार के बॉन्ड का जेपी मॉर्गन के एमर्जिंग इंडेक्स में शामिल होना है.
एफपीआई की निवेश रणनीति
वर्तमान में, एफपीआई भारतीय शेयर बाजार में सतर्कता बरत रहे हैं, मुख्यतः बजट में इक्विटी निवेश पर कैपिटल गेन टैक्स बढ़ाने की घोषणा के बाद. इसके अलावा, भारतीय शेयर बाजारों के मूल्यांकन, ब्याज दरों में संभावित कटौती और वैश्विक घटनाक्रमों को लेकर अनिश्चितता भी एफपीआई की सतर्कता को बढ़ा रही है. इसके बावजूद, भारत अब भी एफपीआई के लिए एक पसंदीदा निवेश स्थल बना हुआ है, जो लंबी अवधि के निवेश को आकर्षित कर रहा है.
बाजार पूंजीकरण में वृद्धि
बीते सप्ताह बीएसई में सूचीबद्ध शीर्ष-10 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 95,522.81 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है. रिलायंस इंडस्ट्रीज का पूंजीकरण सबसे अधिक 29,634.27 करोड़ रुपये बढ़ा. इसके अलावा, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल, ICICI बैंक, आईटीसी, एसबीआई, एलआईसी और इन्फोसिस के पूंजीकरण में भी वृद्धि देखी गई. हालांकि, केवल एचडीएफसी बैंक के पूंजीकरण में कमी आई है.
निष्कर्ष
अगस्त 2024 में विदेशी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार में निवेश में उतार-चढ़ाव जारी है, लेकिन घरेलू निवेशकों की सक्रियता से बाजार स्थिरता बनाए हुए हैं. एफपीआई की खरीदारी और बिक्री की रणनीति, डेट बाजार में उनकी भागीदारी, और प्रमुख कंपनियों के पूंजीकरण में वृद्धि से यह स्पष्ट है कि भारतीय बाजार में निवेश की प्रवृत्तियां निरंतर बदल रही हैं.