देश के नई दिल्ली, चंडीगढ़ और गुजरात जैसे कई राज्यों में लगातार बारिश के कारण कंजंक्टिवाइटिस तेजी से फैल रहा है। इस विशेष बीमारी में आमतौर पर आँखे गुलाबी रंग की हो जाती हैं। कंजक्टिवाइटिस की कुछ आम वजहों में वायरस, बैक्टिरिया, एलर्जी और कुछ केमिकल का आंखों में चला जाना होता है. वर्तमान में जो आंखों का संक्रमण फैल रहा है, इसकी वजह जलजनित वायरस और बैक्टिरिया हैं. चिकित्सा पेशेवर बताते हैं कि कंजंक्टिवाइटिस एक संक्रमण है जो आंख की सफेद परत कंजंक्टिवा पर होता है, इसलिए इसे कंजंक्टिवाइटिस के नाम से जाना जाता है।
आखिर क्या होता है कंजंक्टिवाइटिस या Eye फ्लू ?
हमारी आँखों में एक सेंसिटिव पारदर्शी झिल्ली होती है जिसे कंजंक्टिवा के नाम से जाना जाता है, जो हमारी पलकों के अंदरूनी हिस्से और पुतली की सफेदी को खूबसूरती से ढक लेती है। हालाँकि, जब यह ईथर कवर सूज जाता है या संक्रमित हो जाता है, तो हम खुद को कंजंक्टिवाइटिस, या अधिक बोलचाल की भाषा में, पिंक आई नामक अप्रिय स्थिति से पीड़ित पाते हैं। यह तकलीफ कंजंक्टिवा के भीतर सूक्ष्म रक्त वेसल्स की सूजन के माध्यम से दिखाई देती है। जिसके परिणामस्वरूप हमारी आंखों के सफेद भाग में लाल या गुलाबी रंग दिखाई देने लगता है। कंजंक्टिवाइटिस बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के साथ-साथ नेत्र क्षेत्र के भीतर एलर्जी प्रतिक्रियाओं से उत्पन्न हो सकता है। इसके अलावा, यह ध्यान देने योग्य है कि छोटे बच्चों को अपूर्ण रूप से खुली आंसू नली के कारण पिंक आई का अनुभव हो सकता है। इसकी अत्यधिक संक्रामक प्रकृति को देखते हुए, इस स्थिति का तुरंत समाधान करना और उचित उपचार लेना जरुरी है।
कैसे पता चलेगा की आपको कंजंक्टिवाइटिस है ?और क्या है लक्षण ?
कंजक्टिवाइटिस में आपको काफी तकलीफ हो सकती है लेकिन ये बड़े तौर पर आँखों की दृष्टी पर असर नहीं डालता। यह काफी संक्रामक होता है, और बहुत तेजी से दूसरे लोगों में भी फैल सकता है। इसलिए ये लक्षण आपमें या किसी परिजन में दिखें तो सावधान हो जाएं:
1.एक या दोनों आंखों का लाल या गुलाबी दिखाई देना।
2.एक या दोनों आंखों में जलन या खुजली होना।
3.आसामान्य रूप से अधिक आंसू निकलना।
4.आंखों से पानी जैसा या गाढ़ा डिस्चार्ज निकलना।
5.आंखों में किरकिरी महसूस होना।
6.आंखों में सूजन आ जाना, यह लक्षण आमतौर पर एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस के कारण दिखाई देते हैं।
कैसे फैलता है कंजक्टिवाइटिस और कैसे होने वाले संक्रमण को रोकें?
किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आना जिसे वायरल या बैक्टीरियल कंजक्टिवाइटिस है। या किसी चीज के संपर्क में आने जिससे आपको एलर्जी (एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस) है। कई बार ये रसायनों का एक्सपोज़र; जैसे स्विमिंग पूल के पानी में मौजूद क्लोरीन के संपर्क में आने से हो सकता है। या कांटेक्ट लेंस का इस्तेमाल करना; ज्यादातार लेन्सेस को लंबे समय तक लगाए रखने से भी कंजक्टिवाइटिस हो सकता है । कंजक्टिवाइटिस को फैलने से रोकने के लिए साफ-सफाई रखना जरुरी है। जैसे की अपनी आंखों को अपने हाथ से बार-बार न छुएं।और अपने हाथों को नियमित तौर पर धोएं। अपने प्रयोग में आने वाली निजी चीज़ें जैसे तौलिया, तकिया, आई कॉस्मेटिक्स (आंखों के मेकअप) आदि को किसी से बाटें नहीं । अपने रूमाल, तकिये के कवर, तौलिये आदि चीजों को रोज़ धोएं।