Diwali 2024
दिवाली का त्योहार भारतीय संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण है. यह त्योहार धन, समृद्धि, और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है. सही दिशा में मां लक्ष्मी और गणेश जी की चौकी स्थापित करने से आपकी सभी मुरादें पूरी हो सकती हैं. यहां हम कुछ महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स बता रहे हैं, जिनका पालन करके आप दिवाली पर मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा सही तरीके से कर सकते हैं.
पूजा स्थल की दिशा: वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा स्थल की दिशा का विशेष महत्व होता है. मां लक्ष्मी और गणेश जी की चौकी उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में स्थापित करनी चाहिए. यह दिशा शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होती है. इस दिशा में पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
चौकी की सजावट: मां लक्ष्मी और गणेश जी की चौकी को साफ और सुंदर रखना बहुत आवश्यक है. चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं और उस पर मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्तियां स्थापित करें. मूर्तियों के सामने दीपक जलाएं और सुगंधित धूपबत्ती का प्रयोग करें. इससे वातावरण पवित्र और सकारात्मक बना रहेगा.
दीपक की दिशा: पूजा स्थल पर दीपक की दिशा भी महत्वपूर्ण होती है. दीपक को हमेशा पूर्व दिशा में जलाएं. इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में शांति बनी रहती है। दीपक के साथ तिल का तेल या घी का प्रयोग करना शुभ माना जाता है.
मंत्र और प्रार्थना: पूजा के दौरान मां लक्ष्मी और गणेश जी के मंत्रों का उच्चारण करना बहुत महत्वपूर्ण होता है. इससे मानसिक शांति मिलती है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. नियमित रूप से मां लक्ष्मी और गणेश जी की आरती करना भी बहुत शुभ माना जाता है.
सफाई और स्वच्छता: दिवाली के दिन घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में साफ-सफाई से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. पूजा स्थल को भी साफ और स्वच्छ रखें.