दिल्ली पुलिस के साथ हुआ एक अजीबोगरीब किस्सा सामने आ रहा है जहां दिल्ली पुलिस को बदमाशों ने घेर लिया और बंदूक के जोर पर अपने साथी को छुड़ा लिया. लेकिन यूपी पुलिस की गिरफ्त से नहीं बच पाए. यूपी पुलिस ने उन्हें घेर लिया. इस घेराबंदी में बदमाशों ने जो गोली चलाई वह उन्हीं को जा लगी जिसकी वजह से इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
मुतभेड़ में गाजियाबाद के कांस्टेबल हुआ घायल
उत्तर प्रदेश पुलिस की बहादुरी का एक किस्सा आजकल चर्चा में है. दरअसल दिल्ली पुलिस एक हिस्ट्री शूटर को पकड़ने के लिए गाजियाबाद के अंकुर विहार इलाके में आई थी जहां अपराधी ने पुलिस की टीम को बंदूक दिखाकर अपने एक साथी मन्नू उर्फ सोहेल को भी पुलिस की गिरफ्त से निकलवा लिया. हालातो को संभालने के लिए गाजियाबाद पुलिस की टीम सूचना मिलते ही घटना के स्थान पर मौके पर पहुंच गई और बदमाशों को घेर लिया. इसके बाद बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी और एक हेड कांस्टेबल को घायल कर दिया. इसके बाद पुलिस ने अभियुक्त मन्नू के भतीजे को अपने कब्जे में ले लिया इस पूरी घटना के दौरान मन्नू के भतीजे की पिस्टल लोड थी इसी वजह से गोली चल गई.
एक अपराधी की गोली लगने से हुई मौत
भतीजे को पकड़ता देख अपराधी मुन्नू वहां से भाग गया. उसके भतीजे से पुलिस के द्वारा की जा रही छीनाझपटी के दौरान गोली निकालकर उसके ही भतीजे रिहान की जांग में जा लगी. इसके बाद हेड कांस्टेबल और आरोपी रिहान को नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस घटना को अंकुर विहार क्षेत्र के डाबर तालाब कॉलोनी की बताया है. आरोपी मन्नू चोरी के मामले में दिल्ली से वांटेड है.
आरोपी पर कई आपराधिक मामले दर्ज
गोकुलपुरी थाना पुलिस की टीम आरोपी मन्नू को पकड़ने के लिए दिल्ली से आई थी.पुलिस ने गाजियाबाद जाकर आरोपी मन्नू को पकड़ भी लिया था लेकिन उसके भतीजे ने तमंचे के बल पर उसे पुलिस की गिरफ्त से निकाल दिया. उसके बाद दोनों आरोपी एक मकान में घुसकर बंद हो गए. पुलिस ने आरोपी मनु पर पहले से भी बहुत सारे आपराधिक मामले दर्ज होने की सूचना दी है.