फायर एनओसी की कमी पर सात स्टडी सेंटर सील
दिल्ली के मुखर्जी नगर में चल रहे सात सेल्फ स्टडी सेंटरों को नगर निगम ने सील कर दिया है. इन सेंटरों के पास फायर एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं था, जो कि सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक होता है. निगम ने इन सेंटरों को पिछले महीने नोटिस जारी कर जवाब मांगा था, लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर यह कार्रवाई की गई. इससे पहले भी निगम ने इसी इलाके में कई कोचिंग और स्टडी सेंटरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए थे.

बत्रा रोड और बंदा बहादुर मार्ग पर की गई कार्रवाई
मुखर्जी नगर के बत्रा सिनेमा और बंदा बहादुर मार्ग पर स्थित ये सात स्टडी सेंटर सीलिंग की कार्रवाई का शिकार हुए हैं. इन सेंटरों में बड़ी संख्या में विद्यार्थी अध्ययन कर रहे थे. जब निगम की टीम सीलिंग करने पहुंची, तो वहां काफी समय तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. विद्यार्थियों को अचानक से सेंटर खाली करने के लिए कहा गया, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई. यह सीलिंग कार्रवाई नगर निगम की ओर से पिछले महीने दिए गए नोटिस के आधार पर की गई है.
ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना से बढ़ी सतर्कता
ओल्ड राजेंद्र नगर के एक स्टडी सेंटर में तीन विद्यार्थियों की मौत के बाद नगर निगम ने सुरक्षा को लेकर सख्त रुख अपनाया है. इसी घटना के बाद से निगम ने मुखर्जी नगर और अन्य इलाकों में चल रहे कोचिंग और स्टडी सेंटरों के खिलाफ अभियान छेड़ा है. सुरक्षा मानकों का पालन न करने वाले सेंटरों को सील किया जा रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी अनहोनी को रोका जा सके.
दृष्टि आईएएस और संस्कृति आईएएस सेंटर भी हुए सील
मुखर्जी नगर में सीलिंग की यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है. इससे पहले 29 जुलाई को निगम ने नेहरू विहार स्थित वर्धमान मॉल के बेसमेंट में चल रहे दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर को सील किया था. इसके बाद 14 अगस्त को ढका जौहर गांव की परमानंद कॉलोनी में स्थित संस्कृति आईएएस कोचिंग सेंटर और मुंशीराम कॉलोनी व इंदिरा विकास कॉलोनी के तीन अन्य सेल्फ स्टडी सेंटर भी सील किए गए थे.

अवैध पीजी होम्स पर भी जल्द होगी कार्रवाई
नगर निगम की कार्रवाई केवल स्टडी सेंटरों तक सीमित नहीं है. जल्द ही अवैध रूप से चल रहे पीजी (पेयिंग गेस्ट) होम्स के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। निगम ने हाल ही में करीब तीन दर्जन पीजी होम संचालकों को नोटिस जारी किए हैं. अधिकारियों का कहना है कि इन पीजी होम्स पर भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी, ताकि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
छात्रों की सुरक्षा बनी प्राथमिकता
दिल्ली नगर निगम की ये लगातार की जा रही कार्रवाइयां स्पष्ट संकेत हैं कि छात्रों की सुरक्षा को लेकर अब किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कोचिंग और स्टडी सेंटरों के संचालकों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि वे सभी आवश्यक सुरक्षा मानकों का पालन करें. नगर निगम का यह कदम छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए एक राहत की खबर है, जिससे भविष्य में संभावित खतरों को टाला जा सकेगा.
निष्कर्ष
मुखर्जी नगर में दिल्ली नगर निगम की यह कार्रवाई दर्शाती है कि छात्रों की सुरक्षा के प्रति लापरवाही अब सहन नहीं की जाएगी. सील किए गए सात स्टडी सेंटरों के अलावा अवैध पीजी होम्स के खिलाफ भी जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि शिक्षा के इस हब में सुरक्षा मानकों का पालन सख्ती से हो सके.