केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) सोमवार को अपने 60 वर्ष पूरे होने पर डायमंड जुबली मना रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समारोह का उद्घाटन किया। इस दौरान सीबीआई से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के मामलों का संग्रह भी जारी किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शिलांग, पुणे और नागपुर में सीबीआई के नवनिर्मित कार्यालय परिसरों का उद्घाटन किया। पीएम ने सीबीआई के हीरक जयंती समारोह पर डाक टिकट और एक स्मृति सिक्का भी जारी किया।
सीबीआई की तारीफ के साथ साधा विपक्ष पर निशाना।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सीबीआई के कामकाज की खूब तारीफ की साथ ही भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘देश के प्रीमियम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के रूप में 60 वर्ष का सफर आपने (CBI) पूरा किया है। ये छह दशक निश्चित रूप से अनेक उपलब्धियों के रहे हैं। आज यहां CBI के मामलों से जुड़े सुप्रीम कोर्ट का संग्रह भी जारी किया गया है। ये CBI के बीते वर्षों के सफर को दिखाता है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार, लोकतंत्र और न्याय के रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा होता है। पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार, गरीब से उसका हक छीनता है, अनेक अपराधों को जन्म देता है। पीएम ने कहा कि पहले की सरकारों में भ्रष्टाचारियों ने देश का खजाना लूटने का एक तरीका बना रखा था। ये था, सरकार योजनाओं के लाभार्थियों से लूट। पीएम ने कहा कि मुख्य रूप से CBI की जिम्मेदारी भ्रष्टाचार से देश को मुक्त करने की है।
CBI पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी – प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, कोटि-कोटि भारतीयों ने आने वाले 25 सालों में भारत को विकसित बनाने का संकल्प लिया है और विकसित भारत का निर्माण प्रोफेशनल और प्रभावी संस्थानों के बिना संभव नहीं है. इसलिए CBI पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।
पिछले 6 दशक में CBI ने मल्टी डायमेंशनल और मल्टी डिसप्लिनरी जांच एजेंसी के तौर पर अपनी पहचान बनाई है, आज CBI का दायरा बहुत बड़ा हो चुका है। महानगर से लेकर जंगल तक CBI को दौड़ना पड़ रहा है।
केंद्र की नीतियों की तारीफ की।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज हम इंटरनेट बैंकिंग की बात करते हैं, UPI से रिकॉर्ड ट्रांजेक्शन की बात करते हैं। लेकिन हमने 2014 से पहले बैंकिंग वाला दौर भी देखा है। ये वह दौर था, जब दिल्ली में प्रभावशाली राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के फोन पर हजारों करोड़ रुपए के लोन मिला करते थे। जिसने हमारी अर्थव्यवस्था के आधार… हमारे बैंकिंग सिस्टम को बर्बाद कर दिया था। बीते वर्षों में हम बहुत मेहनत करके अपने बैकिंग सेक्टर को मुश्किलों से बाहर निकाल कर लाए हैं।’