Lok Sabha Election: आपको बतादें, कि हाल ही में देश के अंदर चुनावी माहौल काफी गर्म चल रहा है. जहां पर सभी राजनितिक दल अपनी जीत को पक्का करने के लगे हुए है. इस लोक सभा चुनाव के चलते सभी राजनितिक दल अपनी पार्टी की उपलब्धियों गिनवाने के साथ ही में विपक्षी पार्टी की कमियां लोगों के सामने रख रहे है. ऐसे में आए दिन कांग्रेस पार्टी भाजपा पार्टी के खिलाफ विचार प्रकट करती हुई देखी जाती है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा पार्टी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बोलती देखी जाती है. वहीं हाल की बात करें तो आपको बतादें, कि कांग्रेस पार्टी के नेता और भाजपा पार्टी के नेताओं के बीच में इस समय संपत्ति के बटवारे को लेकर के जुबानी जंग जारी है.
आपको बतादें, कि BJP भाजपा पार्टी जहां देश भर में हर एक जगह पर चुनावी रैली करती हुई देखी जा रही है इसके साथ ही में भाजपा पार्टी पूर्ण रूप से कांग्रेस पार्टी को अपने निसाने पर ले रही है. वहीं दूसरी तरफ से कांग्रेस पार्टी भी कोई मौका ना छोडते हुए भाजपा पार्टी के खिलाफ बयान बाजी कर रही है. ऐसे में चुनाव आयोग ने दोनों ही पार्टियों को नोटिस जारी कर दिया है. जिसमें कि दोनो ही पार्टियों के खिलाफ में शिकायतें दर्ज की जा रही है.
आपको बतादें, कि चुनाव आयोग में इस बात के लिए शिकायत दर्ज की गई है, कि दोनो ही राजनितिक दल एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी के चलते धार्मिक विश्वास, जाति भेद, धर्म और समुदायों पर जबानी लड़ाई कर रहे है. जिससे कि नफरत की धारणा पैदा हो सकती है. अब ऐसे में दोनों ही दलों के लिए चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर दिया है. जिसमें कि दोनों ही पार्टियों से 29 अप्रैल तक जवाब मांगा गया है.
आपको बतादें, कि चुनाव आयोग ने इस शिकायत के दर्ज होने के बाद से जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 77 का जिक्र किया है. जिसके तहत चुनाव आयोग के द्वारा पार्टियों के अध्यक्षों को इसका जिम्मेदार ठहराया गया है. वहीं आपको बतादें, कि विपक्षी दल ने हाल ही में पीएम मोदी को लेकर के चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की है. जिसमें कि उन्होनें बताया है, कि पीएम मोदी चुनावी प्रचार के दौरान आचार संहिता का उलघ्घन कर रहे है. हाल ही में हुई उनकी उत्तर प्रदेश की एक रैली में उन्होनें राम मंदिर का भी जिक्र किया है.