Bengal Bandh
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आज बीजेपी ने Bengal Bandh का आह्वान किया है. कोलकाता के आर जी कर अस्पताल की डॉक्टर से रेप और बलात्कार का मामला इस समय चर्चा में बना हुआ है. इस घटना के विरोध में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं ,इस प्रदर्शन को ‘नबन्ना अभियान’ नाम दिया गया है. आज बुधवार को भी छात्रों का प्रदर्शन जारी रहेगा.
बंगाल बंद में आज 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रदर्शनकररियों ने कई जगहों पर कांच की बोतले फेंकी ,और पुलिस पर पत्थरबाजी की जिसके कारन पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा, साथ ही पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इस झड़प में कोलकाता पुलिस के 15 और राज्य पुलिस के 14 जवान घायल हुए हैं।
बीजेपी ने क्यों किया बंगाल बंद का आह्वान
बीजेपी के अनुसार नबन्ना मार्च के दौरान ‘शांतिपूर्ण’ प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस ने ‘क्रूर’ कार्रवाई की है. इसी कार्रवाई को लेकर BJP ने 28 अगस्त को 12 घंटे के लिए बांगाल बंद का आह्वान किया है.इस बीच आज भारतीय जनता पार्टी ने 12 घंटे का बंगाल बंद बुलाया है. लेकिन ममता बनर्जी का कहना है कि बुधवार को कोई बंद नहीं रहेगा, सरकारी कर्मचारियों के ऑफिस नहीं पहुंचने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. ममता ने कहा कि सभी ऑफिस और स्कूल ,खुले हुए है सभी कर्मचारी ऑफिस पहुंचे नहीं तो उनका वेतन काट लिया जायेगा।
रोडवेज ड्राइवर हेलमेट पहन कर निकले
भाजपा के द्वारा आज बंगाल बंद बुलाया गया है जिसका असर पूरे कोलकाता में देखने को मिल रहा है ,हावड़ा में सरकारी बस के ड्राइवर हेलमेट पहनकर निकले। एक बस ड्राइवर ने कहा कि आज बंगाल बंद है इसलिए डिपार्टमेंट ने हमे हेलमेट पहनने को दिया है
क्या हुआ था नबन्ना प्रदर्शन के दौरान
कल नबन्ना प्रदर्शन के दौरान एमजी रोड, हेस्टिंग्स रोड और प्रिंसेप घाट के पास के इलाकों, संतरागाछी और हावड़ा मैदान में झड़पें हुईं, जिसमें कुछ प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ 29 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. कोलकाता पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया, पानी की बौछारें छोड़ी और आंसू गैस का इस्तेमाल किया जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके और राज्य सचिवालय तक जाने के लिए लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ने का प्रयास किया.
बीजेपी के समर्थक नबन्ना रैली के दौरान गिरफ्तार छात्रों की रिहाई की मांग करते हुए कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार की ओर मार्च कर रहे थे तब कोलकाता पुलिस ने भाजपा नेताओं और उनके समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। पुलिस ने यह कार्रवाई तब शुरू की जब भाजपा समर्थक लालबाजार में घुसने के लिए पुलिस बैरिकेड तोड़ने का प्रयास कर रहे थे
जेपी नड्डा का बयान
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए जेपी नड्डा ने कहा, “कोलकाता से पुलिस की बर्बरता की तस्वीरें हर उस व्यक्ति को नाराज करती हैं जो लोकतांत्रिक सिद्धांतों को महत्व देता है. उनके लिए पश्चिम बंगाल में बलात्कारियों और अपराधियों की मदद करना अधिक मूल्यवान है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के लिए बोलना अपराध है.”
कोलकाता पुलिस पर न्याय के लिए लोगों की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी ने एक महिला के खिलाफ जघन्य अपराध और उसके माता-पिता को गुमराह करने के तरीके के सामने चुप्पी बनाए रखने का विकल्पं चुना है .