Badlapur में राज्य बाल अधिकार सरंक्षण ने स्कूल प्रसाशन पर लगाया आरोप
Badlapur महाराष्ट्र की राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष सुशी बेन ने बुधवार को आरोप लगाया कि, जिस स्कूल में दो छोटी बच्चियों के साथ यौन शोषण किया गया था वहां के स्कूल प्रशासन ने, परिजनों की मदद करने के बजाय इस मामले को छुपाने की कोशिश की है. यह मामला तब तूल पकड़ता नजर आया जब बदलापुर के एक स्कूल में एक कर्मचारी द्वारा स्कूल में पढ़ने वाली दो बच्चियों के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया, जिसके चलते बुधवार को मंगलवार को बदलापुर में काफी हंगामा हुआ और लोगों ने सड़क पर उतरकर अपना विरोध प्रदर्शन किया और रेल सेवाओं को बाधित कर दिया। पुलिस को हालात नियंत्रण करने के लिए हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा।
इस मुद्दे पर बात करते हुए राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष सुशी बेन ने कहा कि, दो छात्राओं के साथ यौन शोषण का मामला पोक्सो कानून के तहत आता है ,उन्होंने कहा कि इस मामले में ठाणे जिला बाल संरक्षण इकाई से संपर्क किया गया है सुशील शाह ने कहा ,कि जब मैंने स्कूल प्रबंधन से इस बारे में बात की तो उन्होंने इसे छुपाने की कोशिश की ,मैंने उनसे यह भी सवाल किया कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पास्को प्रावधान क्यों नहीं लगते लगाए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर स्कूल प्रबंधन ने तुरंत पुलिस को सूचना दे दी होती तो बदलापुर आज इस स्थिति से बच सकता था.
वही इस मामले पर स्कूल प्रशासन की ओर से भी कड़ा रुख अपनाया गया है स्कूल प्रबंधन ने स्कूल के प्राचार्य क्लास टीचर एवं महिला सहायक को निलंबित कर दिया है मामले को टूर पकड़ता देख वहां के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आरोपी पर दुष्कर्म के प्रयास की धार लगाने का आदेश देते हुए मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने का की घोषणा की है
बदलापुर कांड के आरोपी को 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत, बदलापुर में दो बच्चियों के यौन शोषण के आरोप में में जिस व्यक्ति को जिस व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है हिरासत की अवधि स्थानीय अदालत ने बुधवार को 26 अगस्त तक बढ़ा दी है जिस स्कूल में बता दें कि जिस स्कूल में यह घटना हुई थी आरोपी उसमें सहायक के रूप में कार्यरत था, आरोपी बुधवार की सुबह कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच में जिले के कल्याण में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया.
बदलापुर मामले में डीसीपी का बयान
बदलापुर के डीसीपी सुधाकर पठारे ने अपने बयान में कहा कि ,बदलापुर के नागरिकों के विरोध प्रदर्शन और उसके बाद हुई हिंसा को मद्देनजर रखते हुए शहर में इंटरनेट की सेवाएं कुछ समय तक के लिए बंद कर दी गई है. उन्होंने कहा कि शहर में कैसी स्थिति है ,यह समीक्षा करने के बाद इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी जाएगी। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर में दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ बड़े पैमाने पर लोगों ने प्रदर्शन किया और पथराव किया, जिसे ध्यान में रखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई और अधिकांश स्कूल भी बंद रहे. विरोध प्रदर्शन के दौरान 17 पुलिस कर्मी और आठ रेलवे पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं। पुलिस उपायुक्त ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है और हिंसा के सिलसिले में 72 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है.
बदलापुर दुष्कर्म से जुड़ी कुछ खास बातें
बदलापुर में दो नाबालिक बालिकाओं के यौन शोषण के खिलाफ वहां के लोगों ने विरोध का प्रदर्शन किया था ,इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, इस घटना के बारे में उनके माता-पिता को 18 अगस्त को पता चला और उन्होंने FIR दर्ज करवाई। बदलापुर स्टेशन पर लोगों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है जिसके कारण लोकल ट्रेन का आवागमन प्रभावित हुआ है, बदलापुर के लोगों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर रेलवे ट्रैक पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया ,इसके चलते काफी देर तक लोकल और लंबी दूरी की ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा। प्रदर्शन कार्यों को हटाने के लिए रेलवे पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी ,बदलापुर पुलिस थाने के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सहित 3 और पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.