महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर शहर में एक प्रतिष्ठित स्कूल में घटी जघन्य घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैला दिया है. इस स्कूल के टॉयलेट में एक सफाईकर्मी द्वारा दो छोटी बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न किए जाने की खबर के बाद से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. इस घटना ने अभिभावकों और स्थानीय लोगों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया, जिससे शहर में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं.
स्कूल में दरिंदगी के खिलाफ प्रदर्शन
घटना के विरोध में बदलापुर रेलवे स्टेशन से लेकर सड़कों पर भारी संख्या में अभिभावक और स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और प्रशासन से माफी की मांग की है. इस घटना ने लोगों के मन में स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं.
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने आरोपी सफाईकर्मी को निलंबित कर दिया है, और स्कूल को पांच दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. इस निर्णय का उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और जांच को प्रभावित होने से बचाना है.
प्रदर्शनकारियों का गुस्सा उग्र, ट्रेनों की आवाजाही में बाधा
प्रदर्शनकारियों का गुस्सा इस कदर बढ़ गया कि उन्होंने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया, जिससे बदलापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई. मुंबई सेंट्रल रेलवे के डीआरएम के अनुसार, अंबरनाथ और कर्जत के बीच अप और डाउन दोनों लाइनों पर लोकल ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं. अधिकारी इस समस्या को जल्द से जल्द हल करने के प्रयास में जुटे हुए हैं.
रेलवे ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है और स्थिति को सामान्य करने के लिए काम जारी है. प्रदर्शनकारियों ने स्कूल की बिल्डिंग में भी तोड़फोड़ की, जिससे स्कूल की संपत्ति को नुकसान पहुंचा.
मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है. एसआईटी इस मामले की पूरी तरह से जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेगी.
इस बीच, पुलिस ने आरोपी सफाईकर्मी को गिरफ्तार कर लिया है, और उससे पूछताछ की जा रही है. आरोपी के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि न्याय मिल सके.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा, “मैंने बदलापुर की घटना को गंभीरता से लिया है. इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हम इस मामले को तेजी से सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.”
मुख्यमंत्री के इस बयान ने प्रभावित परिवारों और स्थानीय निवासियों को कुछ हद तक आश्वस्त किया है, लेकिन घटना ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उजागर कर दिया है.
इस घटना के बाद से महाराष्ट्र में बच्चों की सुरक्षा और स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था पर नए सिरे से चर्चा शुरू हो गई है. अभिभावक और सामाजिक कार्यकर्ता बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें.