नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बदायूँ जिले में एक स्थानीय नाई ने दो युवा लड़कों की बेरहमी से हत्या कर दी, जो बाद में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए. मंगलवार को हुई यह घटना देखते ही देखते राजनीतिक युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई और पार्टियां बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर एक-दूसरे पर उंगली उठाने लगीं.
समाजवादी पार्टी (सपा) ने सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया.
अखिलेश यादव का बयान
एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने स्थिति को संभालने के तरीके पर योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचना करते हुए कहा, दो भाइयों की जान चली गई. सरकार की विफलता को मुठभेड़ के जरिए छिपाया नहीं जा सकता.
उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव ने भी यही बात दोहराते हुए कहा कि यह घटना उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने का संकेत है. इसके जवाब में बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य ने एसपी को अपने ही शासन का रिकॉर्ड याद दिलाया. जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी, बहुत सारे अपराध और दंगे हुए दंगों की शुरुआत करने वाले भी सपा नेता थे, उन्होंने आरोप लगाया.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपराधी के खिलाफ योगी सरकार की त्वरित कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. गिरिराज सिंह ने कहा, सपा अपने घटते जनाधार के कारण ऐसी बातें कह रही है. चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम, जिसने भी उत्तर प्रदेश में कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की है, उसे बख्शा नहीं जाएगा.