आमतौर पर मनुष्यों को जकड़ने वाली मधुमेह (डायबिटीज), गुर्दा (किडनी) व हृदय संबंधित बीमारी अब श्वानों को भी अपना शिकार बना रही है। इनके संरक्षक इन्हें चटपटी व मसालेदार चीजें खिलाकर इस बीमारी से पीड़ित बना रहे हैं। इसके प्रमाण पशु अस्पताल से मिले आंकड़े हैं। पिछले दो साल में लगभग 300 कुत्ते (श्वान) ऐसी बीमारियों की चपेट में आ चुके हैं।
पहले नहीं मिलती थी कुत्तों में ये बीमारी।
पशु चिकित्सक बताते हैं कि पहले कुत्तों में यह बीमारी नहीं मिलती थी। महत्वपूर्ण यह है कि पीड़ित कुत्तों में दस प्रतिशत से अधिक मधुमेह के शिकार पाए गए हैं और इनमें सर्वाधिक जर्मन शेफर्ड व लेब्राडोर प्रजाति के कुत्ते हैं। पशु चिकित्सक डॉ. राजेश त्रिपाठी के अनुसार विपरीत खान-पान की वजह से कुत्तों में हार्मोन और हृदय व गुर्दा संबंधित बीमारी होने लगी है। दो साल पहले तक जिले में पालतू कुत्तों में मधुमेह के मामले नहीं के बराबर थे।
डॉ. त्रिपाठी बताते हैं, कुत्ता मूलत: मांसाहारी जीव है, लेकिन इन्हें पालने वाले लोग मांस के साथ शाकाहारी भोजन भी अपने अनुसार देते हैं। जो वे खाते हैं, उसे ही उन्हें भी खिलाते हैं। यही मुख्य वजह है कि कुत्तों में भी इंसानों वाली बीमारी पनपने लगी है। चार से पांच साल की उम्र वाले ज्यादातर कुत्ते इन बीमारियों के शिकार बन रहे हैं।
पानी व मोटापे से हो रहा किडनी फेल्योर।
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि कुत्तों में किडनी फेल्योर की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। बिना फिल्टर वाला पानी (सादा पानी) देने से कुत्तों को यह बीमारी हो रही है। किडनी फेल होने की दूसरी वजह मोटापा व डायबिटीज है। चौंकाने वाली बात यह है कि छह-सात वर्ष की उम्र के बाद 10 में से तीन पालतू कुत्तों का गुर्दा फेल हो रहा है।
सड़क पर घूमने वाले कुत्तों में नहीं है यह बीमारी।
पशु चिकित्सकों के अनुसार ऐसी बीमारियां सिर्फ पालतू कुत्तों में ही पाई जा रही हैं। सड़क पर घूमने वाले बेसहारा कुत्तों में जांच के दौरान कोई बीमारी नहीं मिली है। इसके पीछे का कारण उनका स्वछंद घूमना और अधिक दौड़-भाग करना है। इससे वह जो खाते हैं, आसानी से हजम हो जाता है। वहीं पालतू कुत्तों के दौड़-भाग नहीं करने से उन्हें कई बीमारियां जकड़ लेती हैं।
यह करें पालक।
निश्चित रूप से सुबह व शाम को 15 से 20 मिनट तक टहलाएं व दौड़ाएं। मधुमेह वाले कुत्तों को लो-कैलोरी फूड व प्रोटीन दें, फाइबर की मात्रा ज्यादा हो। किडनी रोग से ग्रसित कुत्ते को प्रोटीन वाले पदार्थ डॉक्टर की सलाह पर दें। चार्ट बनाकर समय-समय पर ही उन्हें भोजन दें। मीठा, नमक व मसालेदार खाद्य पदार्थ न दें। डाग ब्रश से सुबह पांच मिनट तक शरीर की मालिश करें।
ऐसे पहचानें कुत्तों में डायबिटीज।
कुत्ता ज्यादा पानी पी रहा हो बार-बार पेशाब करने जा रहा हो पेशाब में चींटियां लग रही हों त्वचा की बीमारी ठीक नहीं हो रही हो
क्या कहते हैं डॉक्टर।
कैनाइन रेबीज कंट्रोल यूनिट के प्रभारी अधिकारी डॉ. संजय श्रीवास्तव ने बताया कि दो साल के अंदर मधुमेह व गुर्दा फेल होने की शिकायतें कुत्तों में आने लगी हैं। इसके पहले जांच की सुविधाएं कम होने से इन बीमारियों का पता नहीं चल पता था, इसलिए शिकायतें भी कम आती थीं। अब तक 300 से अधिक पालतू कुत्ते उपचार के लिए आ चुके हैं। पालक कुत्तों को मसालेदार व चटपटा खाना देने से परहेज करें और उन्हें कसरत कराएं।