प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को कहा कि उसने एजुकेश टेक्नोलॉजी सेक्टर की बड़ी कंपनी बायजूस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवींद्रन बायजू के बेंगलुरु स्थित कार्यालय और आवासीय परिसर पर छापे मारे और वहां से आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किया है। पहले अभिभावकों पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का दबाव बनाने को लेकर कंपनी को सोशल मीडिया पर काफी कुछ झेलना पड़ा. अब कंपनी की फंडिंग भी ईडी की जांच के घेरे में है।
28000 करोड़ रुपये का FDI मिला।
ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के मामले में रवींद्रन बायजू और उनकी कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर ये छापेमारी की है। छापेमारीके दौरान ईडी ने दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किया है। इस सर्च ऑपरेशन में पता चला कि एडुटेक यूनिकॉर्न कंपनी को साल 2011-2023 के दौरान करीब 28000 करोड़ रुपये का FDI मिला है।
जब्त किए कई दस्तावेज-डाटा
ईडी ने छापेमारी के दौरान कई सबूत जुटाने की कोशिश की. इस कड़ी में उसने कंपनी और उसके वित्तीय लेनदेन से जुड़े कई अहम दस्तावेज और डाटा को जब्त किया है. ईडी का कहना है कि उसे कई लोगों से बायजूस के खिलाफ शिकायतें मिली थीं. इतना ही नहीं ईडी ने कई बार बायजू रविंद्रन को समन किया, लेकिन वह कभी भी ईडी के सामने उपस्थित नहीं हुए।
Byju’s ने क्या कहा छापेमारी पर।
इस मामले पर बायजू का कहना है कि ईडी के अफसरों की एक टीम उनके बैंगलुरु ऑफिस पहुंची थी, जो फेमा के तहत एक रुटीन इनक्वॉयरी थी। उनसे जो जानकारी और दस्तावेज मांगे गए, उन्होंने उपलब्ध करवा दी है। उन्होंने कहा कि कंपनी हर जांच में सहयोग कर रही है। उनसे जो भी जानकारी मांगी जाएगी, वो उसे फॉलो करेंगे।