राज्य सरकार द्वारा सफाईकर्मी भर्ती निरस्त करने से नाराज चल रहे पाली के सफाईकर्मियों ने शुक्रवार को हाथ में झाडू लेकर शहर में रैली निकला विरोध जताया। शुक्रवार को उनकी हड़ताल का तीसरा दिन है। ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था भी चरमराई हुई है। उनका कहना है कि भर्ती प्रक्रिया वापस जारी नहीं किए जाने तक उनका धरना जारी रहेगा।
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि सफाई कर्मचारियों के 4500 रिक्त पदों पर भर्ती, इस भर्ती में 2018 से पहले मस्टर रोल पर लगे कर्मचारियों को प्राथमिकता देने की मांग की गई। साथ ही 1995 से पहले कोई कर्मचारी 45 वर्ष की आयु के बाद गंभीर बीमारी से पीड़ित हो जाता था, तो उसके परिवार के किसी भी आश्रित को नौकरी लगाई जा जाए। अभी दूसरे कई राज्यों में अभी भी यह व्यवस्था लागू है। ऐसे में उन्होंने प्रदेश में इस व्यवस्था को लागू करने की भी मांग उठाई है। डंडोरिया ने कहा कि जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी हमारी हड़ताल जारी रहेगी।
यह है प्रमुख मांगें।
- सफाई कर्मचारी भर्ती 2023 में वाल्मीकी समाज को प्राथमिकता दी जाए।
- अनुभव प्रमाण पत्र की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए।
- सफाई का कार्य परम्परागत करने वाले बहुत से वाल्मीकी, मेहतर समाज के लोग कम पढ़े लिखे व अशिक्षित है एवं इनमें शिक्षा का अभाव है। इसलिए इस पद के लिए शिक्षा योग्यता को समाप्त किया जाए।
- सफाई कर्मचारी भर्ती 2023 में पदों की संख्या बढ़ाई जाए।
- वाल्मीकी समाज की विधवा, परित्याग महिलाओं, दिव्यांगों व बी.पी.एल. परिवार के आवेदकों को प्राथमिकता दी जाए।
- जन आधार कार्ड की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए।
- सफाई कर्मचारी भर्ती में ऑनलाइन की जगह ऑफ लाइन आवेदन किया जाए।
8 इस पद के लिए डिजिटल अनिवार्यता समाप्त की जाए।
9 सफाई कर्मचारी भर्ती में आरक्षण पद्धति को लागू नहीं किया जाए।
10 सफाईकर्मी भर्ती वापस जारी की जाए।