बेमौसम बारिश। कही बिजली तो कही ओले गिरे

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विश्वास नहीं होता कि वैशाख के महीनों में लू के थपेड़ों की बजाय विशाखा नक्षत्र की तरह बारिश से सामना हो रहा है। तापमान वैशाख के महीने की जगह सावन के महीने की तरह नजर आने लगा है कहीं बिजली गिर रही है तो कहीं ओले गिर रहे हैं मध्य प्रदेश ही नहीं कई राज्यों में ओलावृष्टि और भयंकर बारिश का दौर लगातार जारी है। ऐसा लग रहा है मानो विशाखा नक्षत्र लग गया है और बादल अपनी प्यास बुझाने के लिए आतुर हो रहे हैं।
27 अप्रैल को जिस तरह से इंदौर उज्जैन जबलपुर भोपाल या आसपास के शहरों में बादल का गरजना बिजली का चमकना लोगों के लिए भय का कारण बना हुआ है यह मौसम बारिश क्या संकेत दे रही है।

मध्यप्रदेश में ‘बेमौसम’ बारिश और आंधी का दौर जारी है। बुधवार को भोपाल, जबलपुर, राजगढ़, सतना, गुना,इंदौर खरगोन समेत कई जिलों में बारिश हुई। गुरुवार को 46 जिलों में मौसम बदला हुआ रहेगा।

27 अप्रैल से 4 मई तक नया सिस्टम एक्टिव।

 मध्य प्रदेश मई के पहले सप्ताह तक बारिश के जारी रहने का अनुमान है। दो दिन बाद 27 अप्रैल से नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जिसका असर 4 मई तक रहने की संभावना है।इसके प्रभाव से प्रदेश के अनेक जिलों में बारिश-आंधी के साथ बादल छाए रहने के आसार है। वही आंधी की रफ्तार 40 से 50Km प्रतिघंटे होने के संकेत है। आज मंगलवार को रीवा संभाग के जिलों समेत टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।बादल के बने रहने के कारण तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहने का अनुमान है।

तेज हवा, आंधी और बारिश का अलर्ट।

एमपी मौसम विभाग की मानें तो 27 अप्रैल तक जबलपुर सहित संभाग के जिलों में बादल छाए रहेंगे कहीं-कहीं ब्रजपात व हल्की वर्षा भी हो सकती है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने या चमकने के भी आसार हैं।वही 29-30 अप्रैल को फिर से नया सिस्टम एक्टिव होगा, जिससे वेदर में फिर बदलाव आएगा। अप्रैल अंत तक प्रदेश में बादल छाने और ग्वालियर-चंबल संभाग समेत कई जिलों में कहीं-कहीं तेज हवा और गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इन जिलों में कहीं-कहीं 30 से 40Km प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है।

अप्रैल में मौसम बदलने की यह वजह
मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल महीने में अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है। इस नमी के कारण ही बादल, आंधी और बारिश का दौर बना हुआ है। वहीं, कश्मीर में जो पश्चिमी विक्षोभ आ रहे हैं, वे राजस्थान से गुजर रहे हैं। इस कारण भी बारिश का दौर चल रहा है। इससे अप्रैल में दिन-रात के तापमान में खासी गिरावट देखने को मिली है। अब फिर से नया सिस्टम एक्टिव हो गया है। इस कारण बारिश, आंधी और ओलावृष्टि शुरू हो गई है।

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