शनिवार रात अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में सनसनी फैल गई है। पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई है और मामले की छानबीन की जा रही
सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच: औवैसी
अतीक-अशरफ हत्या मामले में असद्दुदीन औवेसी ने बीजेपी सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया है। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक समिति गठित किये जाने की मांग की है। ओवैसी ने एक गंभीर बात कही उन्होंने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। क्योंकि वह इस तरीके की अभद्र भाषा बोलते हैं। विधानसभा में वह कहते हैं कि हम मिट्टी में मिला देंगे और उन्होंने किया भी वही है
10 बजे होगा अतीक-अशरफ का पोस्टमॉर्टम
मिली जानकारी के मुताबिक आज 10 बजे प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल में अतीक अहमद और अशरफ का पोस्टमार्टम होगा। तीन डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा और इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। बड़ी संख्या में पुलिस वहां तैनात है। पुलिस ने अस्पताल का CCTV भी खंगाला है।
शांति भंग के मामले में 4 हिरासत में
प्रयागराज में शांति कायम रखने के लिए पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया है। आरएएफ की कंपनी की भी तैनाती की गई है। इसी बीच झूठ और नफरत फैलाने के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया गया।
तीनों कुख्यात अपराधी हैं।
। उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार देर रात हत्या करने वाले तीनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है। मिली जानकारी के मुताबिक अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों युवकों के नाम सनी, अरुण और बांदा है। पुलिस रिकॉर्ड में भी तीनों को शातिर अपराधी है। पुलिस ने तीनों हत्यारों को कॉल्विन अस्पताल ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है। अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों आरोपी प्रयागराज के रहने वाले नहीं है। अब तक की पूछताछ में पता चला है कि अतीक अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है। तीसरा आरोपी सनी कासगंज जनपद से है।
कम उम्र में बन गए थे क्रिमिनल
पुलिस के मुताबिक तीनों हत्यारों में से सनी हमीरपुर का रहने वाला है। वहीं अरुण कासगंज का रहने वाला है। पूछताछ में पता चला है कि तीसरा हत्यारा लवलेश बांदा का रहने वाला है और पुलिस को लवलेश के घर का भी पता कर लिया है। तीनों हमलावर शातिर अपराधी हैं। कम उम्र में ही उन्होंने क्राइम की दुनिया में कदम रख दिया था। तीनों ही हत्या, लूट सहित कई संगीन आरोपों में लिप्त रह चुके हैं।
जेल में हुई थी तीनों हत्यारों की दोस्ती
मिली जानकारी के मुताबिक तीनों हत्यारों कई बार जेल भी जा चुके हैं और जेल में ही तीनों की दोस्ती हुई थी। अतीक और अशरफ की हत्या करके डॉन बनना चाहते थे। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को तीनों गुमराह करते दिखे और बयानों में समानता नहीं थी। सनी ने शुरुआत में कहा कि वह प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है। वहीं दूसरे हत्यारे ने भी खुद का छात्र ही बताया। कड़ी पूछताछ में तीनों युवक आपराधिक पृष्ठभूमि के निकले हैं।
लवलेश के पिता बोले, परिवार से कोई लेना देना नहीं
अतीक अहमद की हत्या में शामिल आरोपी लवलेश बांदा में शहर कोतवाली के क्योटरा मोहल्ले का रहने वाला है। पुलिस ने लवलेश के घर का भी पता कर लिया है। लवलेश के पिता ने बताया कि 4 भाइयों में लवलेश तीसरे नंबर का है। लवलेश का परिवार से कोई लेना देना नहीं है। वो परिवार के साथ बेहद कम रहता है। पिता ने बताया है कि लवलेश को नशे की लत है और कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। इधर लवलेश के छोटे भाई ने भी बताया कि लवलेश नशे का आदी था और तीन चार साल पहले एक लड़की को थप्पड़ मारने में जेल गया था। करीब 1 सप्ताह पहले वह घर से गया था। लवलेश घर पर कभी कभार ही आता था। वह गलत संगत में था। उसने बताया कि पिता एक स्कूल में बस चलाते हैं। इन लोगों को घटना की जानकारी टीवी से पता चली, जब टीवी पर भाई का चेहरा देखा तो पहले यकीन नहीं हुआ