पाकिस्तान इस वक्त आर्थिक तंगी के बुरे दौर से गुजर रहा है तो वहीं पाक के पूर्व पीएम इमरान खान भी इस वक्त मुश्किल में घिरे नजर आ रहे हैं, लेकिन इन सब के बीच इमरान खान का एक बड़ा बयान सामने आया है। रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदने के मामले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की विदेश नीति की तारीफ की है। पाकिस्तान को एक वीडियो संबोधन में खान ने कहा कि इस्लामाबाद भारत की तरह ही सस्ता रूसी कच्चा तेल प्राप्त करना चाहता था, लेकिन वो इसमें असफल रहा।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख ने
कहा, “इस्लामाबाद भी भारत की तरह सस्ता रूसी कच्चा तेल पाना चाहता था, लेकिन वो ऐसा करने में सफल नहीं हो सका था, क्योंकि मेरी सरकार अविश्वास प्रस्ताव में गिर गई थी । ” इमरान खान पिछले 23 सालों में मास्को का दौरा करने वाले पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री थे। हालांकि, वह ऐसा कोई सौदा नहीं कर सके जिससे नकदी की तंगी से जूझ रहे देश को राहत मिल सके। जिस दिन पुतिन ने यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया उस दिन इमरान खान रूस में थे।
फरवरी में पीटीआई ने भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव के हवाले से बताया गया था कि मॉस्को इस्लामाबाद के साथ अपने आर्थिक संबंधों का विस्तार करना चाहता है, क्योंकि उसका मानना है कि “कमजोर” पाकिस्तान भारत और अफगानिस्तान सहित इस क्षेत्र के लिए बेहतर नहीं होगा। बाद में रूसी दूत ने एक ट्वीट में स्पष्ट किया कि उनका मतलब यह था कि अस्थिर पाकिस्तान इस क्षेत्र के किसी भी देश के हित में नहीं है। भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने यह भी कहा था कि रूस ने उन रिपोर्टों का “बहुत करीब से नोटिस” को सैन्य उपकरण भेज रहा है।किया था, जिनमें कहा गया था कि पाकिस्तान यूक्रेन
इमरान खान ने कई मौकों पर की भारत की तारीफ
दिलचस्प बात यह है कि यह पहली बार नहीं था जब खान ने पश्चिमी दबाव के बावजूद अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और रूसी तेल खरीदने के मामले में भारत की उपलब्धियों को स्वीकार किया।
इमरान ने ट्वीट किया था, “क्वाड का हिस्सा होने के बावजूद भारत ने अमेरिकी दबाव का सामना किया और अपने लोगों की सुविधा के लिए रूस से सस्ता तेल खरीदा।” उन्होंने आगे कहा, “हमारी सरकार एक स्वतंत्र विदेश नीति के माध्यम से इसे हासिल करने की कोशिश कर रही थी । “