रूस के साथ जारी संघर्ष के बीच यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमीन दझापरोवा भारत दौरे पर आ रही है, उम्मीद है कि भारत दौरे पर युद्ध के संबंध में चर्चा होगी। झापरोवा रविवार (9 अप्रैल) को चार दिवसीय भारत दौरे पर आ सकती हैं. इसी के साथ एमीन झापरोवा पहली यूक्रेनी मंत्री होंगी जो युद्ध के बीच भारत आएंगी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वह भारत में यूक्रेन के समर्थन और मानवीय सहायता हासिल करने की कोशिश करेंगी।
रूस के आक्रमण के बाद पहली बार भारत यात्रा।
रूस के आक्रमण के बाद किसी भी यूक्रेनी की यह पहली भारत यात्रा होगी। भारत दौरे पर एमीन दझापरोवा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन को ‘शांति के लिए एक मजबूत संदेश’ भेजेंगी। बता दें कि जुलाई महीने में पुतिन भी भारत का दौरा करने वाले है।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर होगी चर्चा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की उप विदेश मंत्री भारत में यूक्रेन के समर्थन और मानवीय सहायता हासिल करने की कोशिश करेंगी. यात्रा के दौरान झापरोवा विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा के साथ बातचीत करेंगी, जहां दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करने, यूक्रेन की मौजूदा स्थिति और आपसी हित के वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने की भी उम्मीद है. गौरतलब है कि जुलाई में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी भारत दौरे पर आने वाले हैं।
पीएम मोदी को कर सकते है आमंत्रित।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमीन दझापरोवा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कीव के दौरे पर आमंत्रित कर सकती है। भारत सरकार के साथ बातचीत के दौरान झापरोवा यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के 10-बिंदु शांति सूत्र पर बात करेंगी। इसके अलावा भारत से अपने ‘महत्वपूर्ण वैश्विक आवाज’ को अपने पक्ष में एक आम सहमति बनाने के लिए आह्वान करेंगी।
11 अप्रैल को होगी वार्ता।
यूक्रेन जी20 बैठक में भाग लेने के लिए निमंत्रण पाने का इच्छुक है। नई दिल्ली स्थित विश्व मामलों की भारतीय परिषद, ने ट्विटर पर कहा कि भारत 11 अप्रैल को यूक्रेन की उप विदेश एमीन दझापरोवा के साथ एक वार्ता की मेजबानी करेगा।