मध्यप्रदेश में सत्ता वापसी की कोशिश में जुटी कांग्रेस इस बार BJP के हिंदुत्व कार्ड का मुकाबला उसी की रणनीति से कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ मंगलवार को इंदौर पहुंचे और वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। अभय प्रशाल में कमल नाथ ने पत्रकारों से चर्चा में कहा भगवा पर क्या सिर्फ भाजपा का पेटेंट है? हमारे यहां पुजारी प्रकोष्ठ बहुत पहले से है। मैंने हनुमान जी का मंदिर बनवाया है। हम धर्म की राजनीति नहीं करते हैं।
PCC के भगवाकरण पर BJP के तंज पर कमलनाथ ने कहा- भगवा क्या BJP का ट्रेडमार्क है या इन्होंने एजेंसी ली है? अंतर यह है कि हम सभी में धार्मिक भावनाएं हैं, लेकिन हम इसे राजनीतिक मंच पर नहीं लाते। जब हम मंदिर जाते हैं, तो BJP के पेट में दर्द क्यों होता है? रामनवमी के जुलूस में देश के कई इलाकों में हुई हिंसा की घटनाओं पर नाथ ने कहा- 2024 में चुनाव हैं, इसीलिए BJP ही शुरुआत करा रही है कि किस तरह समाज में तनाव रहे।
आगे कहा- आज देश बेरोजगारी, महंगाई और अव्यवस्था देख रहा है। मोदी जी अगर इसी में खुश हैं कि कांग्रेस ने सुपारी दी, तो क्या कहा जाए। लेकिन, अब जनता कलाकारी की राजनीति में नहीं फंसने वाली। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री की विजिट के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं को थाने में बैठाने के खिलाफ हम कोर्ट जाएंगे। शिवराज सिंह, इनके मंत्री और विधायक बौखला गए हैं। विकास यात्राओं में इनका विरोध हुआ है। इनके पास अब यही हथकंडे बचे हैं।
कांग्रेस कार्यालय भोपाल में कल ही धर्म संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमे पुजारियों के साथ पंडितों को भी आमंत्रित किया था, साथ उस आयोजन को भगवा झंडो से सजाया भी था। कमलनाथ ने कहा की जल्द ही इंदौर कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को भोपाल में कांग्रेस के कार्यालय में धर्म संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें पंडितों व पुजारियों को आमंत्रित किया गया था। वह कार्यालय को भगवा झंडों से सजाया गया था। इस दौरान कमल नाथ व अन्य नेता भगवा पहने नजर आए थे।
इंदौर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर उन्होंने कहा कि शहर अध्यक्ष का फैसला जल्द ही किया जाएगा। हमारे संगठन की मजबूती मंडलम सेक्टर है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ सिख और बेरवा समाज के युवाओं से मुलाकात के साथ ही रविंद्र नाट्यगृह में आयोजित संविधान संरक्षण पर संगोष्ठी में भी शामिल होंगे। इसके बाद नाथ आल इंडिया जैन सोशल वेलफेयर फेडरेशन कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।