जैल से बाहर आते ही सिद्धू केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर बरसे।।।

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क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू 10 महीने जेल की हवा खाकर लौट आए हैं. अब उन्होंने जेल की स्थिति को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है.

जेल से बाहर आते हुए सिद्धू ने समर्थकों को देखकर हाथ हिलाया और जमीन के पैर छुए। जेल से बाहर आते ही सिद्धू जोश में नजर आए। उन्होंने कहा कि पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश की जा रही है। गौरतलब है कि सुबह से ही सिद्धू की रिहाई को लेकर चर्चा थी जिसके चलते मीडिया और उनके समर्थक जेल के बाहर इकट्ठा थे।

पटियाला की जेल में करीब 10 महीने बिताने के बाद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) 1 अप्रैल को रिहा हो गए थे. जेल से रिहा होने के बाद से ही वह काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं और केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमला बोले हुए हैं. उन्होंने जेल व्यवस्थाओं और वहां की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए और बताया कि किस तरह पंजाब की जेलों में काम होता है. 

जेलों में 10 रुपये के जर्दा का पैकेट 2000 रुपये का बेचा

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब की जेलों में 10 रुपये के जर्दा का पैकेट 2000 रुपये में बेचा जा रहा है. इतना ही नहीं, जेलों में लगे जैमर की तकनीक भी पूरी तरह से पुरानी हो चुकी है. उनका कहना है कि जेल में 2G जैमर लगाए गए हैं और दूसरी तरफ गैंगस्टरों के पास 5G फोन हैं. सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जेलों की स्थिति बेहद खराब है. हर तरह से लापरवाही दिखाई पड़ती है. 

सिद्धू को क्यों जाना पड़ा जैल

 रोड रेज के मामले में 59 वर्षीय सिद्धू एक साल जेल की सजा काट रहे थे. वहीं कैंसर से जूझ रहीं उनकी पत्नी नवजोत कौर ने सिद्धू की जेल से रिहाई से पहले एक भावनात्मक ट्वीट साझा किया है. उन्होंने लिखा, “सिद्धू को सबक सिखाने के लिए भगवान से मौत मांगी थी. पंजाब के लिए उनके पति के प्यार ने उन्हें किसी भी लगाव के दायरे से बाहर कर दिया था.”

नवजोत कौर सिद्धू ने पति के रिहाई से पहले एक ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था कि बिल्कुल सही: आपका इंतजार किया, आपको बार-बार न्याय से वंचित होते हुए देखा. सत्य इतना शक्तिशाली है. लेकिन यह बार-बार आपकी परीक्षा लेता है. क्षमा करें, आपका इंतजार नहीं कर सकती, क्योंकि यह चरण 2 का घातक कैंसर है. आज सर्जरी के लिए जा रही हूं. किसी एक को दोष नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि यह भगवान की योजना है.

उच्चतम न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि अपर्याप्त सजा देने के लिए दिखाई गई कोई भी सहानुभूति न्याय प्रणाली को और अधिक नुकसान पहुंचाएगी और इससे कानून के प्रभाव के प्रति जनता के भरोसे पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा. इस घटना में 65 साल के एक बुजुर्ग व्यक्ति गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी. वर्मा ने कहा कि पंजाब जेल नियमावली के मुताबिक अच्छे चालचलन वाला दोषी छूट पाने का हकदार है. सिद्धू का यही व्यवहार उन्हें जेल से जल्दी बाहर ले आया।।

एक बार फिर कांग्रेस सरकार का साथ देते हुए राहुल गांधी को उन्होंने क्रांति बता दिया
 मैं तो ये जानता हूं कि देश में जब जब तानाशाही आई तब क्रांति भी साथ ही आई. इस बार इस क्रांति का नाम राहुल गांधी है. आज लोकतंत्र पर बेड़ियां लगाई जा रही हैं. पंजाब देश की ढाल है और इसे तोड़ने की कोशिश की जा रही है. पंजाब को कमजोर करने वाले खुद कमजोर होंगे. सिद्धू ने कहा कि मैं चट्टान की तरह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ हूं.

मैं आपको ये भी बता दूं कि कांग्रेस के कार्यकर्ता कोई बर्फ नहीं हैं जो पिघल जाएंगे. वो आज भी खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे. इसलिए मैं कहता हूं कि जो सत्य की आवाज है वो ही सही है. मैं तो पंजाब के सीएम भगवंत मान से पूछना चाहता हूं कि आपने पहले बड़े सपने दिखाए थे. लेकिन आज पंजाब में कानून व्यवस्था की जो हालत है वो किसी से छिपी नहीं है.  

सिद्धू ने पंजाब सरकार पर साधा निशाना

सिद्धू ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, मैं भगवंत को पूछना चाहता हूं तुमने पंजाब के लोगों को बेवकूफ बनाया अखबारी मुख्यमंत्री बन के रह गए हो. सिद्धू एक मरवा दिया दो और मरवा. सारे बॉर्डर पर BSF खड़ी है. इसके लिए केंद्र भी उतनी ही जिम्मेदार है.

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