आज महिला टी 20 में भारत पाकिस्तान होंगे आमने सामने। जानें भारतीय महिला क्रिकेट की पांच धुरंधर के बारे में।

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आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप10 फरवरी से साउथ अफ्रीका में शुरू हो चुका है. हालांकि, भारतीय महिला क्रिकेट टीम अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ 12 फ़रवरी याने के आज केपटाउन के न्यूलैंड्स में करेगी. जहां इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया इस ट्रॉफ़ी की बड़े दावेदारों में से हैं वहीं, इस रेस में भारतीय महिला टीम भी मौजूद है. अगर भारत को फ़ाइनल तक का सफ़र तय करना है तो इन पांच खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद मायने रखेगा .

हरमनप्रीत कौर

ऑलराउंडर हरमनप्रीत बैट और बॉल दोनों से मैच जिताने की काबिलियत रखती हैं. दाएं हाथ की सीधी बल्लेबाज़ और ऑफ़ ब्रेक बॉलर हरमनप्रीत की गिनती दुनिया के बेस्ट ऑलराउंडर्स में होती है.
2017 के वनडे विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उनकी नाबाद 171 रन की पारी को भुलाया नहीं जा सकता है. उस पारी में भारतीय टीम कुछ रनों पर ही दो विकेट खो बैठी थी जब हरमन ने आकर मैच का पासा पलट दिया. उन्होंने सिर्फ़ 115 गेंदों पर 171 रन बनाए थे जिसमें 20 चौके और 7 छक्के शामिल थे.

स्मृति मंधाना

महिला क्रिकेट में 18 नंबर की जर्सी पहनने वाली खिलाड़ी हैं बाएं हाथ की बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना. उन्हें इस विश्व कप में भारतीय टीम का उप-कप्तान बनाया गया है. मंधाना इस टीम में हरमनप्रीत कौर के बाद सबसे अनुभवी बल्लेबाज़ है. उंगली में चोट के कारण टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ स्मृति मंधाना नहीं खेलेंगी. हालांकि वेस्ट इंडीज़ के साथ 15 फ़रवरी को होने वाले भारतीय टीम के दूसरे मुक़ाबले में उनके पिच पर उतरने की पूरी संभावना है.

शेफ़ाली वर्मा

अक्तूबर 2013 में सचिन तेंदुलकर रोहतक में अपना आख़िरी रणजी मैच खेल रहे थे. उस मैच को देखने अपने पिता के साथ एक आठ साल की लड़की भी आई. वो सचिन तेंदुलकर के खेल से इतनी प्रभावित हुई कि उन्होंने क्रिकेटर बनने का ही फ़ैसला ले लिया.

कड़ी मेहनत और लगन के साथ वे सिर्फ़ 15 साल में भारत के लिए खेलने लगीं और इसी साल सचिन के 30 साल के रिकॉर्ड को भी तोड़ डाला. उन्होंने सिर्फ़ 15 साल में अंतरराष्ट्रीय मैचों में अर्धशतक लगाकर तेंदुलकर को इस रिकॉर्ड में पीछे छोड़ दिया. टी20 की आईसीसी रैंकिंग में भी वो टॉप 5 बल्लेबाज़ों में शामिल हैं.हाल ही में ख़त्म हुए अंडर19 वर्ल्ड कप में भारत को ख़िताब जिताने में कप्तान शेफ़ाली वर्मा ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई.

ऋचा घोष

भारतीय सीनियर टीम में याशिका भाटिया के रूप में विकेटकीपर बल्लेबाज़ मौजूद हैं लेकिन चयनकर्ताओं ने ऋचा घोष को भी अतिरिक्त कीपर-बल्लेबाज़ के रूप में चुना है और संभावना है कि घोष ही अंतिम 11 में कीपर के रूप में पहली पसंद हों.

इसकी वजह है उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी और दबाव में भी तेज़ी से रन बनाकर मैच जिताने की क्षमता है . ऋचा घोष महेंद्र सिंह धोनी को अपना पसंदीदा क्रिकेटर मानती हैं और उन्हीं की तरह फ़िनिशर की भूमिका में सफ़ल होना चाहती हैं

दीप्ति शर्मा

दाएं हाथ की ऑफ़ ब्रेक बॉलर दीप्ति शर्मा ने अब तक 87 टी20 मैचों में 19.30 की औसत से 96 विकेट लिए हैं. वो किफ़ायती गेंदबाज़ी के लिए जानी जाती हैं और टी20 के फटाफट क्रिकेट में भी उनकी इकॉनमी 6.08 है जिसे काफ़ी अच्छा माना जाएगा.

दक्षिण अफ्ऱीका के इस दौरे पर भारतीय टीम की तेज़ गेंदबाज़ी उसकी कमज़ोरी है. ऐसे में स्पिनर्स पर बड़ी ज़िम्मेदारी आ जाती है और अनुभवी दीप्ति शर्मा को इस मामले में मुख्य भूमिका निभानी होगी.

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