दरअसल, 1986.87 में मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने विदेशों मे कारों का निर्यात शुरू किया था. जो आज शिखर छू रहा है. हाल ही में खबर आई है की देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी ने एक खिताब को अपने नाम कर लिया है. जिसे आज काफी बड़ा बना दिया गया है. कंपनी 25 लाख से ज्यादा यूनिट को बेच चुकी है. जहां मारूति सुजुकी ने 1986.87 में नेपाल और बांग्लादेश में कारों की बिक्री को शुरू किया था. इस वक्त कंपनी 100 से ज्यादा देशों में अपनी कारों का निर्यात कर रही है. जिनमें अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, एशिया शामिल है.
मारूति सुजुकी की बैलेनो गाड़ी के नाम ये खिताब आया है. आपको बतादें की बैलेनो की 25 लाख से ज्यादा की गिक्री हो चुकी है. गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से लेटिन अमेरिका भेजी जाने वाली मारूति सुजुकी बैलेनो को ये महारत हासिल हुई है.
कंपनी के एमडी और सीईओ हिसाशी ताकेऊची ने ये जानकारी देते हुए बताया की भारत मं 25 लाख से ज्यादा कारों की मैन्युफैक्चर की जा चुकी है जो यहां की मैन्युफैक्चरिंग पावर को दर्शाता है. साथ ही उन्होने कहा है की वे भारत सरकार के मेक इन इड़िया इनीशिएटिव को ध्यान में रखते हुए ज्यादा ये ज्यादा कारों का निर्यात करेंगे. भारत में कंपनी व्हीकल को बनाने में एक बड़ी हिस्सेदारी निभा रही है.
वर्ष 1986 में बडे पैमाने पर कारों का निर्यात शुस् किया था. जिसके चलते 1987 में मारूति सुजुकी ने सितंबर में हंगरी को 500 कारों का निर्यात किया था. जिसके बाद से ही दुनिया भर में मारूति सुजुकी को स्वीकार कर लिया गया. साथ ही कंपनी के सीईओ ने बताया की अपने भरोसे मंद होने और शानदार परफ़ोर्मेंस की बदौलत पर कंपनी ने अपना नाम दुनिया भर में कायम किया है. पिछले वर्ष कंपनी ने भारत में कार निर्यात में शीर्ष स्थान को ग्रहण किया था. जिसमें कंपनी के बेहतरीन माॅडल बैलेनों, अल्टो और ब्रेजा शामिल थे.