केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला हवाईअड्डे के विस्तार की पुरजोर वकालत की ताकि क्षेत्र को सीधा और निर्बाध संपर्क मुहैया कराया जा सके। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने दिल्ली से वचुर्अली जुड़े हुए थे, जिन्होंने कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए पहली इंडिगो एयरलाइन दिल्ली-धर्मशाला-दिल्ली उड़ान को हरी झंडी दिखाई।
छोटे हवाई अड्डे बड़े विमानों को संभालने में असमर्थ: अनुराग ठाकुर
ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में हिमाचल जाने वाले यात्रियों को दिल्ली के माध्यम से जाना पड़ता है और फिर कनेक्टिंग उड़ानों में सवार होना पड़ता है क्योंकि राज्य के छोटे हवाई अड्डे बड़े विमानों को संभालने में असमर्थ हैं। सिंधिया ने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय पहले से ही रनवे की लंबाई 1,376 मीटर से बढ़ाकर 1,900 मीटर करने के लिए दो चरण के विस्तार की योजना पर काम कर रहा है ताकि टर्बोप्रॉप विमान संचालन कर सकें।
राज्य की आधी आबादी को पहुंचेगा लाभ
इस हवाई अड्डे द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के महत्व के बारे में बोलते हुए ठाकुर ने कहा कि धर्मशाला हवाई अड्डा कनेक्टिविटी को आसान बनाते हुए पांच जिलों को जोड़ता है और इससे राज्य की आधी आबादी सीधे लाभान्वित होती है। इंडिगो की यह उड़ान इस राज्य के आधे हिस्से और पंजाब के कुछ स्थानों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने में एक अहम भूमिका निभाएगी।
केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नागर विमानन के क्षेत्र में पिछले 65 वर्षों में जितनी सुविधा हासिल नहीं हुई, उतनी सुविधा पिछले नौ वर्षों के दौरान 148 हवाई अड्डों, वाटरड्रोम एवं हेलीपोर्ट के निर्माण के जरिए हासिल की गई है। नागर विमानन मंत्रालय अगले तीन से चार वर्षों के भीतर इस संख्या को बढ़ाकर 200 से अधिक करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है।