मन की बात के जरिए देश को सम्बोधित करते हैं मोदी।।

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मन की बात रेडियो कार्यक्रम के जरिए वह देश के हर नागरिक के साथ जुड़ना चाहते हैं। इसी वजह से उन्होंने टीवी या अन्य माध्यम की बजाए रेडियो को चुना है क्योंकि रेडियो भारत के दूरदराज के गांवों में भी आसानी से होते हैं। पीएम इसके जरिए अपनी भावनाओं को देश के लोगों तक पहुंचाते हैं। उनका यह कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन से प्रसारित होता है। इसी कार्यक्रम को शाम में विभिन्न भारतीय भाषाओं में अनुवाद करके प्रसारित किया जाता है। इन भाषाओं में संस्कृत से लेकर उड़िया तक शामिल हैं। पीएम बनने के कुछ महीनों बाद ही उन्होंने इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसके पहले एपिसोड का प्रसारण 3 अक्तूबर, 2014 को हुआ था। जिसके बाद से यह निरंतर जारी है। यह पीएम मोदी के इस मासिक रेडियो कार्यक्रम की 99वीं कड़ी है. मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को किया जाता है.

99वें एपिसोड को संबोधित कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज देशवासियों से मन की बात (Mann Ki Baat) कर रहे हैं. पीएम मोदी आज मन की बात कार्यक्रम के 99वें एपिसोड को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में परमार्थ को इतना ऊपर रखा गया है कि दूसरों के सुख के लिए, लोग, अपना सर्वस्व दान देने में भी संकोच नहीं करते. इसलिए तो हमें बचपन से शिवि और दधीचि जैसे देह-दानियों की गाथाएं सुनाई जाती हैं. आधुनिक Medical Science के इस दौर में Organ Donation, किसी को जीवन देने का एक बहुत बड़ा माध्यम बन चुका है. कहते हैं, जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है. संतोष की बात है कि आज देश में Organ Donation के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है. साल 2013 में, हमारे देश में, Organ Donation के 5 हजार से भी कम मामले थे, लेकिन 2022 में, ये संख्या बढ़कर, 15 हजार से ज्यादा हो गए. Organ Donation करने वाले व्यक्तियों ने, उनके परिवार ने, वाकई, बहुत पुण्य का काम किया है.

पूरे देश में एक जैसी पॉलिसी पर भी काम हो रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 39 दिन की अबाबत कौर हों या 63 साल की स्नेहलता चौधरी इनके जैसे दानवीर, हमें, जीवन का महत्व समझाकर जाते हैं. हमारे देश में आज बड़ी संख्या में ऐसे जरूरतमंद हैं, जो स्वस्थ जीवन की आशा में किसी ऑर्गन डोनेट करने वाले का इंतजार कर रहे हैं. मुझे संतोष है कि अंगदान को आसान बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए पूरे देश में एक जैसी पॉलिसी पर भी काम हो रहा है.

नवरात्रि पर कही ये बात

पीएम मोदी ने कहा कि ये नवरात्रि का समय है, शक्ति की उपासना का समय है. आज, भारत जो सामर्थ्य नए सिरे से निखरकर सामने आ रहा है, उसमें बहुत बड़ी भूमिका हमारी नारी शक्ति की है. हाल-फिलहाल ऐसे कितने ही उदाहरण हमारे सामने आए हैं. आपने सोशल मीडिया पर, एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव को जरूर देखा होगा. सुरेखा एक और कीर्तिमान बनाते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं.

उन्होंने कहा कि इसी महीने, Producer गुनीत मोंगा और Director कार्तिकी गोंज़ाल्विस उनकी Documentary ‘Elephant Whisperers’ ने Oscar जीतकर देश का नाम रौशन किया है. देश के लिए एक और उपलब्धि Bhabha Atomic Reseach Centre की Scientist, बहन ज्योतिर्मयी मोहंती ने भी हासिल की है. ज्योतिर्मयी को Chemistry और Chemical Engineering की field में IUPAC का विशेष Award मिला है. इस वर्ष की शुरुआत में ही भारत की Under-19 महिला क्रिकेट टीम ने T-20 World cup जीतकर नया इतिहास रचा.

पीएम मोदी ने कहा कि नागालैंड में 75 साल में पहली बार दो महिला विधायक जीतकर विधानसभा पहुंची हैं. इनमें से एक को नागालैंड सरकार में मंत्री भी बनाया गया है, यानी, राज्य के लोगों को पहली बार एक महिला मंत्री भी मिली हैं. कुछ दिनों पहले मेरी मुलाकात, उन जांबांज बेटियों से भी हुई, जो, तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद वहां के लोगों की मदद के लिए गई थीं. ये सभी NDRF के दस्ते में शामिल थीं. उनके साहस और कुशलता की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है. Group Captain शालिजा धामी Combat Unit में Command Appointment पाने वाली पहली महिला वायुसेना अधिकारी बनी हैं. उनके पास करीब 3 हजार घंटे का Flying Experience है.

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