Govt Schemes
सरकार समय-समय पर कई Govt Schemes लागू करती रहती है फिर चाहे वह किसानों से संबंधित कोई योजना हो या फिर महिलाओं से संबंधित कोई योजना या फिर बच्चों से संबंधित कोई योजना ,सरकार तरह- तरह की योजनाएं लाती रहती है, इसी तरह तेलंगाना की सरकार भी राजीव गांधी सिविल अभय हस्तम योजना के तहत यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए एक नई योजना लेकर आई है जिसमें आर्थिक रूप जिसमें गरीब एवं निम्न वर्ग के छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
राजीव गांधी सिविल अभय हस्तम योजना
राजीव गांधी सिविल अभय हस्तम योजना यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए है, अधिकतर छात्र जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे होते हैं वह बड़े खर्चे से होकर गुजरते हैं यदि वह किसी तरह से प्रीलिम्स के एग्जाम पास भी कर लेते हैं तो इसके बाद उन्हें मुख्या परीक्षा के लिए भी तैयारी करनी पड़ती है, ऐसे में छात्रों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है जिसके लिए तेलंगाना की सरकार यूपीएससी की परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले लोगों के लिए एक नई योजना लेकर आई है इस योजना का नाम राजीव गांधी सिविल अभय हस्तम योजना है, इसमें प्री लिम्स निकालने वाले छात्रों को एक लाख तक की व्यक्ति सहायता प्रदान की जाती है।
राजीव गांधी सिविल अभय हस्तम योजना के तहत यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को 1,00,000 रूपए तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी इन रुपयों से उम्मीदवार यूपीएससी के मुख्य एग्जाम की तैयारी के लिए कोचिंग, स्टडी मैटेरियल और दूसरे जरूरी संसाधनों से जुड़े हुए खर्च के लिए इस्तेमाल कर सकते है।
क्या है इस योजना का उद्देश्य
तेलंगाना राजीव गांधी सिविल अभय हस्तम योजना का उद्देश्य ऐसे छात्रों को लाभ प्रदान करना है ,जो की यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं और जिन्होंने इसकी प्रारंभिक परीक्षा को पास कर लिया है और मुख्य एग्जाम्स के लिए तैयारी करने के उद्देश्य से उन्हें आर्थिक सहायता देने के लिए इस योजना को शुरू किया गया है जिससे वे छात्र जो आर्थिक रूप से सशक्त नहीं है वह इस योजना का लाभ लेकर अपनी तैयारी अच्छे से कर सके।
योजना के लाभ
इस योजना के तहत वे छात्र जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है इस योजना के अंतर्गत में छात्र जो यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पास कर चुके हैं उन्हें यूपीएससी की मुख्य परीक्षा के लिए ₹1,00,000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है ,इस योजना से शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और अधिक से अधिक छात्र जो गरीब और निर्धन है वह भी इस परीक्षा की तैयारी करने के लिए आगे आएंगे ,जिससे बेरोजगारी भी घटेगी।