शेयर बाजार का प्रदर्शन और निवेशकों की उम्मीदें
पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार ने एक नया रिकॉर्ड बनाया, जब सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने अपने उच्चतम स्तर को छू लिया. शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने ऐतिहासिक ऊंचाई पर बंद होकर निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया. यह उछाल अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती के फैसले के बाद देखा गया, जिसने बाजार में सकारात्मकता को बढ़ावा दिया. अब निवेशकों की नजरें इस हफ्ते पर टिकी हैं, जिसमें यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या यह तेजी कायम रहती है.
फेडरल रिजर्व का असर और वैश्विक संकेत
शेयर बाजार में पिछले हफ्ते की तेजी के बाद, अब बाजार विश्लेषक अगले हफ्ते के लिए कुछ प्रमुख फैक्टर्स की ओर इशारा कर रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में कटौती के फैसले का असर अगले कुछ कारोबारी सत्रों में भी बना रहेगा. इससे बाजार को समर्थन मिल सकता है, लेकिन बाजार की चाल पर वैश्विक संकेत और विदेशी निवेशकों का रुझान भी अहम भूमिका निभाएंगे.
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के अनुसंधान प्रमुख संतोष मीना के अनुसार, अमेरिकी मैक्रोइकोनॉमिक डेटा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियों और वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाओं का असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ सकता है. इसके साथ ही, मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी इस हफ्ते होने के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
विदेशी निवेशक और क्रूड ऑयल की कीमतें होंगी प्रमुख फैक्टर्स
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के अनुसंधान प्रमुख अजीत मिश्रा का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा की जाने वाली खरीदारी बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकती है. शुक्रवार को एफआईआई ने 14,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया था, जिससे बाजार में मजबूती आई थी. इसके अलावा, निवेशकों को क्रूड ऑयल की कीमतों पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है, क्योंकि यह बाजार की चाल को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण फैक्टर हो सकता है.
पिछले हफ्ते का बाजार प्रदर्शन
पिछले हफ्ते के बाजार प्रदर्शन पर नजर डालें तो, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने अपने-अपने ऑल-टाइम हाई को छूकर एक मजबूत रैली दिखाई. शुक्रवार को सेंसेक्स 1,359.51 अंक या 1.63 फीसदी की बढ़त के साथ 84,544.31 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह, निफ्टी 375.15 अंक यानी 1.48 फीसदी चढ़कर 25,790.95 अंक पर बंद हुआ. इन दोनों सूचकांकों ने इंट्रा-डे में भी उच्चतम स्तर को छुआ था, जिससे निवेशकों को आगे और भी बेहतर संभावनाओं की उम्मीदें हैं.
आने वाले हफ्ते की संभावनाएं
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, अगले हफ्ते बाजार में स्थिरता देखने को मिल सकती है, लेकिन कुछ प्रमुख फैक्टर्स इसे प्रभावित कर सकते हैं. विदेशी निवेशकों की खरीदारी, क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और वैश्विक मार्केट से मिलने वाले संकेत आने वाले कारोबारी सत्रों में बाजार की दिशा तय करेंगे. निवेशकों को इन फैक्टर्स पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि वे सही समय पर निर्णय ले सकें.