भगवान शिव की महिमा
भगवान शिव को देवों के देव महादेव कहा जाता है. उनकी कृपा से सभी बाधाओं का अंत होता है और जीवन में मंगल की प्राप्ति होती है. भक्त विशेष रूप से सोमवार के दिन शिवजी की पूजा और व्रत रखते हैं, जिससे उन्हें सुख, सौभाग्य और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सोमवार को शिव पूजा के साथ कुछ विशेष उपाय करने से जीवन की परेशानियों से मुक्ति पाई जा सकती है, विशेष रूप से पितृ ऋण से.

सोमवार का महत्त्व
सोमवार का दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन की गई पूजा से जीवन के सभी कार्यों में सफलता मिलती है. साधक स्नान-ध्यान के बाद स्वेत वस्त्र धारण कर विधिपूर्वक भगवान शिव का अभिषेक करते हैं. सोमवार का व्रत रखने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और जीवन के कष्ट समाप्त होते हैं. पितरों को प्रसन्न करने और ग्रह दोषों से मुक्ति पाने के लिए सोमवार को कुछ विशेष उपाय करने का विधान है.
सोमवार के खास उपाय
- गंगाजल से अभिषेक:
सोमवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद तांबे के पात्र में गंगाजल लें और उसमें काले तिल, बेलपत्र और जौ मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें. इस दौरान “ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्” मंत्र का जाप करें. इससे पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं. - पीपल के पत्ते से अभिषेक:
पितृ दोष से मुक्ति के लिए गंगाजल में पीपल के पत्ते मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें. आप पीपल के पत्ते पर “राम” लिखकर भी अभिषेक कर सकते हैं. यह उपाय कुंडली के अशुभ ग्रहों के प्रभाव को समाप्त करता है और पितरों को प्रसन्न करता है. - आर्थिक तंगी से मुक्ति:
आर्थिक समस्याओं से निजात पाने के लिए सोमवार को गन्ने के रस में शहद मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें. इससे धन-संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है. - मनोवांछित वर की प्राप्ति:
मनचाहा वर पाने के लिए सोमवार को कच्चे दूध में लौंग मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें. इस उपाय से शिवजी की कृपा प्राप्त होती है और इच्छाओं की पूर्ति होती है.

निष्कर्ष
सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत का विशेष दिन है। इन उपायों को विधिपूर्वक करने से जीवन में सुख, समृद्धि और मनचाही सफलता मिलती है. पितृ दोष से मुक्ति और आर्थिक समृद्धि के लिए भी ये उपाय अत्यधिक लाभकारी माने जाते हैं.