प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के वर्धा में आयोजित राष्ट्रीय पीएम विश्वकर्मा कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी सरकार पर जमकर हमला बोला. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने गणपति पूजा और कर्नाटक में हुई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब गणपति पूजा का भी विरोध करने लगी है, जिससे यह साफ हो जाता है कि पार्टी में भारतीय संस्कृति और आस्था के प्रति सम्मान की कोई भावना नहीं बची है.

गणपति पूजा पर कांग्रेस का विरोध
पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक में गणेश पूजा के दौरान कांग्रेस ने एक ऐसा काम किया, जिसने देशभर में आक्रोश पैदा किया. उन्होंने कहा, “कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने गणपति बप्पा की मूर्ति को ही सलाखों के पीछे डाल दिया. पूजा कर रहे लोगों को पुलिस वैन में कैद करवा दिया गया. यह तुष्टिकरण की राजनीति का ही परिणाम है कि कांग्रेस गणपति की पूजा का विरोध कर रही है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि गणेश पूजन भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है, लेकिन कांग्रेस ने अपनी राजनीति के चलते इसे भी निशाना बनाया है. उन्होंने आगे कहा, “मैं जब गणेश पूजन में शामिल हुआ, तो कांग्रेस का तुष्टिकरण का भूत जाग उठा. कांग्रेस को अब गणपति पूजा से भी नफरत होने लगी है.”
शिवसेना (UBT) पर भी साधा निशाना
पीएम मोदी ने शिवसेना (UBT) पर भी निशाना साधते हुए कहा कि शिवसेना कांग्रेस के साथ मिलकर चल रही है और अब उसके पास गणपति के अपमान का विरोध करने की भी हिम्मत नहीं बची है. उन्होंने कहा, “गणपति के अपमान पर पूरा देश आक्रोशित है, लेकिन शिवसेना और उसके सहयोगियों के मुंह पर ताला लग गया है. कांग्रेस की संगत ने उन्हें इतना बदल दिया है कि वे अपनी संस्कृति और आस्था का सम्मान करना भी भूल गए हैं.”
सीजेआई के घर गणेश पूजा पर कांग्रेस का विरोध
पीएम मोदी ने कांग्रेस के विरोध का जिक्र करते हुए कहा कि वह जब दिल्ली में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी.वाई. चंद्रचूड़ के आवास पर गणेश पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए थे, तब भी कांग्रेस ने विरोध किया था. उन्होंने बताया कि उस समय मुख्य न्यायाधीश और उनकी पत्नी ने उनका स्वागत किया और उन्होंने मराठी अंदाज में सफेद टोपी पहनकर गणपति बप्पा की पूजा की. लेकिन कांग्रेस ने इस धार्मिक आयोजन को भी राजनीतिक मुद्दा बना दिया और इसका विरोध शुरू कर दिया.

एकजुट होकर देना होगा जवाब
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के अंत में जनता से अपील की कि वे कांग्रेस की इस राजनीति का जवाब दें. उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होकर इन पापों का सामना करना होगा और भारतीय संस्कृति और आस्था के अपमान को सहन नहीं करना चाहिए.