अमेरिकी शेयर बाजार में रेट कट का असर
बुधवार देर रात अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट यानी आधा प्रतिशत की कटौती की घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में हलचल मच गई. आर्थिक विशेषज्ञों को इस कटौती के सिर्फ 25 बेसिस प्वाइंट होने की उम्मीद थी, लेकिन रेट कट का फैसला उम्मीद से ज्यादा होने के कारण अमेरिकी बाजार ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दी.
गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार के तीनों प्रमुख सूचकांक – डॉव जोन्स, नैस्डैक कम्पोजिट और एसएंडपी 500 – ने शुरुआती कारोबार के दौरान जोरदार तेजी दिखाई. भारतीय समयानुसार शाम 8 बजे तक नैस्डैक कम्पोजिट 2.79% की तेजी, एसएंडपी 500 में 1.85% का उछाल और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 1.30% की बढ़त देखने को मिली. यह तेजी बताती है कि अमेरिकी निवेशकों ने फेडरल रिजर्व के इस फैसले का जोरदार स्वागत किया है.

भारतीय शेयर बाजार पर असर
अमेरिकी शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का भारतीय बाजार पर अक्सर प्रभाव देखने को मिलता है, और ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि अमेरिकी रेट कट का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिलेगा. हालांकि, गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार अमेरिकी रेट कट के शुरुआती सकारात्मक संकेतों को पूरी तरह से बरकरार नहीं रख पाया.
शुरुआती कारोबार में भारतीय बाजार में तेजी थी, लेकिन अंत में बाजार ने नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद होने में कामयाबी हासिल की. बीएसई सेंसेक्स 236.57 अंकों की बढ़त के साथ 83,184 के नए शिखर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान सेंसेक्स 825.28 अंकों की बढ़त के साथ 83,773.61 के उच्च स्तर तक भी पहुंचा था. इसी तरह, एनएसई निफ्टी भी 38.25 अंकों की बढ़त के साथ 25,415.80 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान निफ्टी 25,611.95 के उच्चतम स्तर तक भी पहुंचा.
शुक्रवार को बाजार की उम्मीदें
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी रेट कट के बाद शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भी अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है. चूंकि अमेरिकी बाजार में गुरुवार को जोरदार उछाल देखा गया है, इसका असर भारतीय बाजार में शुक्रवार को देखा जा सकता है. भारतीय निवेशक भी इस स्थिति से लाभ उठाने की कोशिश करेंगे और बाजार में सकारात्मक माहौल बना रहेगा.
हालांकि, बाजार की दिशा पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारकों पर निर्भर करेगी. लेकिन जिस तरह से अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती ने वैश्विक बाजारों को उत्साहित किया है, उससे भारतीय बाजार में भी संभावित तेजी की उम्मीद की जा रही है.

निवेशकों के लिए संदेश
भारतीय निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता और समझदारी से निवेश करने का है. अमेरिकी बाजार की प्रतिक्रिया के बाद शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में तेजी आने की उम्मीद की जा रही है, लेकिन बाजार की चाल हमेशा उतार-चढ़ाव से भरी होती है. इसलिए, निवेशकों को यह सलाह दी जाती है कि वे बाजार की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए निवेश करें और लंबी अवधि के लिए योजनाबद्ध तरीके से फैसले लें.