भारत में एक बार फिर से लगातार कोरोना के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को मद्देनजर रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना से बचाव करने की सलाह दी है। 23 मार्च को कोविड मामलों में उछाल देखने को मिला. बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1133 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए. वहीं, चार लोगों ने कोविड के कारण जान गंवा दी. इसी के साथ, कोरोना के एक्टिव केस भी बढ़ गए हैं।
H3N2 और कोरोना वायरस के लक्षण एक समान
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज़्यादा केस महाराष्ट्र, केरल, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु और दिल्ली में रिपोर्ट हुए हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस बीच H3N2 नामक इन्फ्लूएंजा वायरस ने दस्तक दी है और सबसे बड़ी मुश्किल की बात यह है कि H3N2 और कोरोना वायरस के लक्षण एक जैसे हैं. ऐसे में बिना जांच के दोनों की पहचान करना मुश्किल है।
मंत्रालय ने दिए जरूरी दिशा-निर्देश
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि अभी तक अस्पताल में भर्ती होने में बढ़ोतरी के कोई सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि एहतियात की खुराक बढ़ाई जाए।बयान में कहा गया है कि प्रयोगशाला की निगरानी और सभी गंभीर तीव्र श्वसन रोग (एसएआरआई) मामलों की जांच करने की जरूरत है। मंत्रालय ने राज्यों से सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लुएंजा और कोविड 19 के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है।
PM Modi ने की हाई-लेवल मीटिंग।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देख केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री ने बुधवार को उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई और कहा कि कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने अधिकारियों को जीनोम अनुक्रमण बढ़ाने और लोगों द्वारा कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाए जाने पर जोर दिया.प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, पीएम मोदी ने देश में कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा की स्थिति और उससे निपटने के लिए स्वास्थ्य ढांचे की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बैठक बुलाई थी