Clean Air Survey
आपको बतादें, कि दिल्ली के अंदर हवा की क्वालिटी को बेहतर करने के लिए बहुत से उपाय किए जा चुके है.जहां पर हर तरीके को आजमा कर के देखा गया है. अब ऐसे में देखा जा रहा है, कि दिल्ली के अंदर हवा बद से बत्तर होती देखी जा रही है. जिससे कि लोगों का यहां पर रह पाना भी काफी मुश्किल हो चुका है. लाख कोशिशों के बाद से भी दिल्ली के अंदर हालात सुधरने का नाम नही ले रहे है. जहां पर आपको बतादें, कि तकरीबन 47 बड़े शहरों की लिस्ट में 11वें स्थान पर दिल्ली का नाम दाखिल किया गया है.
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि हाल ही तौर पर एक लिस्ट तैयार की गई है. जिसमें कि तकरीबन 47 शहरों को शामिल किया गया है. इस लिस्ट में उन शहरों के नाम है, जहां पर काफी भारी मात्रा में आबादी मौजुद है. इसके साथ ही में आपको बतादें, कि दिल्ली का नाम इस लिस्ट में दस लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर में शामिल किया गया है. जहां पर पिछले साल में दिल्ली को इस लिस्ट में 177 अंक प्राप्त हुए थे. वहीं पर दिल्ली की रैंक इस लिस्ट में 9वें नंबर पर थी.
11वें नंबर पर दिल्ली का स्थान
बतादें, कि वायु स्वच्छता की रैंकिंग में अब दिल्ली का नाम 11वें नंबर पर आ पहुंचा है. जहां पर ये पता चल रहा है, कि पहले के मुकाबले में दिल्ली के स्कोर में कुछ हद तक सुधार जरूर देखनें को मिला है. इसके साथ ही में आपको बतादें, कि दिल्ली का स्कोर धूल और धूए के मामलों में तकरीबन 65वें स्थान पर है.
जहां पर ये बताया गया है, कि देश की राजधानी दिल्ली में प्रदुषण का सबसे बड़ा कारण है, यहां की बायोमास और कूड़े का जलना, वाहनों से निकलता हुआ निंरतर धुआ और धूल मिटटी.बतादें, कि दिल्ली में प्रदुषण की स्थिति को सुधारने के लिए कई तरह के उपायों का सहारा भी लिया गया. कई तरह की रोकथाम भी की गई. परंतु आपको बतादें, कि प्रदुषण को रोकने के लिए एक बजट भी तैयार किया गया था. परंतु इसके बावजुद भी प्रदुषण में किसी भी प्रकार का कोई सुधार देखनें को नही मिला.