Haryana Elections 2024
Haryana Elections 2024 बहुत ही जल्दी होने वाले हैं, ऐसे में आजकल विनेश फोगाट के राजनैतिक प्रवेश को लेकर चर्चाये बहुत तेज हो गई है. हरियाणा विधानसभा चुनाव के पहले ही प्रदेश की राजनीति गरमा चुकी है. विनेश फोगाट के किसानों के प्रदर्शन में पहुंचने के बाद लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं.
पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पहुंचकर विनेश फोगाट ने किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को किसानो की मांगों पर ध्यान देना चाहिए व उन्हें प्राथमिकता के आधार पर हल करना चाहिए. इसके बाद से ही विनेश के राजनैतिक प्रवेश की अटकले लगाई जा रही हैं।
विनेश फोगाट का राजनीतिक प्रवेश
हरियाणा में 2024 के विधानसभा चुनाव की तारीख अब बहुत नजदीक आ रही है ऐसे में कई महत्वपूर्ण मुद्दे इस चुनाव के माहौल के साथ साथ चुनाव परिणाम में भी असर डालेंगे. इन मुद्दों में प्रमुख मुद्दा, मौजूदा सरकार के खिलाफ विरोधी भावना, किसानों और पहलवानों के आंदोलन, सरकारी कर्मचारियों का असंतोष और जाट समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण हैं.
वहीं इन इन मुद्दों के बीच ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि पहलवान विनेश फोगाट भी इस चुनाव से राजनीतिक अखाड़े में उतर सकती हैं और इस समय यह बात सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है. अगर विनेश फोगाट का राजनीति में प्रवेश होता हैं तो यह कदम ब्रजभूषण शरण सिंह विवाद को फिर से उभार सकता है, जिसे हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में विपक्षी पार्टियों ने जोरशोर से उठाया था.
विनेश फोगाट ने कहा
विनेश फोगाट ने 27 अगस्त को जींद में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि ‘वह राजनीति में प्रवेश को लेकर दबाव में हैं, लेकिन कोई भी निर्णय लेने से पहले वह अपने बुजुर्गों से सलाह लेंगी. उन्होंने कहा कि उन पर राजनीति में जाने का दबाव है, लेकिन मैं अपने बुजुर्गों से सलाह लूंगी. जब मेरा मन साफ होगा, तब मैं सोचूंगी कि क्या करना है, क्योंकि मैं अभी भी गहरे सदमे में हूं.’
किसानो के समर्थन में आई थी विनेश
विनेश फोगाट किसान आंदोलन में किसानो के समर्थन में सामने आई थी, उन्होंने किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि “किसान अपने अधिकारों के लिए लंबे समय से यहां बैठे हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा अभी भी कम नहीं हुई है. मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मैं एक किसान परिवार में पैदा हुई. आपकी बेटी आपके साथ है. हमें अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना होगा, क्योंकि कोई और हमारे लिए नहीं आएगा. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि आपकी मांगे पूरी हों, और जब तक आप अपने अधिकार नहीं ले लेते, तब तक वापस न लौटें.” ,उन्होंने कहा कि हम जब अपनी मांगों के लिए अपनी आवाज उठाते हैं तो यह हर बार राजनीतिक नहीं होता, आपको हमारी बात सुननी चाहिए.
विनेश फोगाट ने किसानों के समर्थन में सरकार से अपील करते हुए कहा, “किसान अपने अधिकारों के लिए 200 दिनों से बैठे हुए हैं और मैं सरकार से अपील करती हूँ कि उनकी मांगों को पूरा किया जाए. उन्होंने कहा किसानो को देखकर उन्हें दुःख होता है, उन्हें 200 दिनों से सुना नहीं गया है आखिर वे भी देश के नागरिक हैं, हमें उन्हें देखकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने की ताकत मिलती है.