टोडाभीम कस्बे सहित उपखंड क्षेत्र में होली के बाद से गणगौर पूजा का दौर चल रहा है। गणगौर पर्व के 16 दिन पूर्व से ही महिलाएं एवं बालिकाएं मिट्टी से ईसर गणगौर की प्रतिमा बनाकर पूजा करती है।
टोडाभीम कस्बे सहित उपखंड क्षेत्र में होली के बाद से गणगौर पूजा का दौर चल रहा है। गणगौर पर्व के 16 दिन पूर्व से ही महिलाएं एवं बालिकाएं मिट्टी से ईसर गणगौर की प्रतिमा बनाकर पूजा करती है। कुओं, तालाबों से जल भरकर लाती है और ईसर गणगौर को जल से स्नान कराकर मंगल गीत गाती है। गणगौर पूजन से क्षेत्र में उत्साह दिखाई दे रहा है।
24 मार्च को गणगौर पूजा का आयोजन
लगातार 16 दिनों तक महिलाएं और बालिकाएं गणगौर की पूजा अर्चना करती है। 24 मार्च को गणगौर का पर्व है। उस दिन भी महिलाएं और बालिकाएं हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मनाएंगे। गणगौर पूजा का महिलाओं के बालिकाओं में काफी उत्साह रहता है।
अखंड सौभाग्य की करती है कामना
घरों में लगातार 16 दिनों तक महिलाएं-बालिकाएं गणगौर का पूजन करती हैं। वही गणगौर के दिन 16 गुणों से गणगौर माता का पूजन कर अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना कर घर परिवार में सुख समृद्धि व खुशहाली की कामना करती हैं।
मिट्टी से ईसर गणगौर की प्रतिमा बनाकर करती हैं पूजा अर्चना
16 दिनों तक आयोजित होने वाली गणगौर की पूजा में बालिका और महिलाएं मिट्टी की ईसर गणगौर बनाती है और उनकी पूजा अर्चना करती है। वहीं प्रतिदिन मंगल गीत गाती हुई पूजा अर्चना करती है।