भारतीय रेलवे का UTS ऐप: एक सुविधाजनक विकल्प
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए UTS ऐप लॉन्च किया है, जिससे जनरल टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट बुकिंग बेहद आसान हो गई है. अब यात्रियों को टिकट बुक करने के लिए रेलवे स्टेशन पर लंबी कतारों में खड़ा होने की जरूरत नहीं है. यह ऐप कुछ ही मिनटों में टिकट बुकिंग की सुविधा प्रदान करता है, लेकिन कई यात्रियों के मन में यह सवाल होता है कि क्या UTS ऐप के जरिये बुक की गई जनरल टिकट को कैंसिल करने पर रिफंड मिलता है या नहीं.
क्या UTS ऐप से बुक की गई टिकट कैंसिल होने पर मिलेगा रिफंड?
भारतीय रेलवे के अनुसार, UTS ऐप के जरिये बुक की गई टिकट को कैंसिल करने पर रिफंड की प्रक्रिया कुछ शर्तों पर निर्भर करती है. अगर यात्री ने UTS ऐप से जनरल टिकट बुक किया है और स्टेशन पर कियोस्क मशीन से टिकट का प्रिंट नहीं लिया है, तो उसे ऐप के माध्यम से आसानी से कैंसिल किया जा सकता है. हालांकि, ऐसी स्थिति में यात्रियों को सीधे कैश में रिफंड नहीं मिलता, बल्कि रिफंड की राशि UTS वॉलेट में टॉप-अप के रूप में एड हो जाती है. यदि वॉलेट में टॉप-अप नहीं होता है, तो यह राशि यात्री के बैंक अकाउंट में जमा कर दी जाती है.
कियोस्क मशीन से प्रिंट लेने के बाद क्या करें?
अगर यात्री ने कियोस्क मशीन से टिकट का प्रिंट ले लिया है, तो उसे टिकट कैंसिल करने के लिए एक घंटे के भीतर UTS काउंटर पर जाना होगा. हालांकि, इस स्थिति में भी रिफंड की राशि सीधे कैश में नहीं मिलती. यह राशि भी UTS वॉलेट में टॉप-अप के रूप में जुड़ जाती है. इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि यात्री टिकट प्रिंट करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि उन्हें यात्रा करनी है या नहीं, ताकि अनावश्यक परेशानियों से बचा जा सके.
UTS ऐप से टिकट बुकिंग की प्रक्रिया
UTS ऐप का उपयोग करना बहुत आसान है। टिकट बुक करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- सबसे पहले UTS ऐप में अपने मोबाइल नंबर की मदद से लॉग-इन करें.
- इसके बाद, डिपार्चर स्टेशन और डेस्टिनेशन स्टेशन को सेलेक्ट करें.
- फिर “Get Fare” ऑप्शन को चुनें, जिससे टिकट का किराया दिखाया जाएगा.
- इसके बाद, पेमेंट करने के लिए यूपीआई या UTS वॉलेट का उपयोग करें.
- पेमेंट सफल होने के बाद आपका टिकट ऐप में शो हो जाएगा.
UTS ऐप का महत्व
UTS ऐप ने जनरल और प्लेटफॉर्म टिकट बुकिंग की प्रक्रिया को सरल बना दिया है. इसके माध्यम से यात्रियों को अपने मोबाइल फोन से ही टिकट बुक करने की सुविधा मिल जाती है, जिससे समय की बचत होती है और कतार में खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ती. हालांकि, यह जानना महत्वपूर्ण है कि इस ऐप से बुक की गई टिकट को कैंसिल करने पर रिफंड की प्रक्रिया कैश में नहीं होती, बल्कि यह UTS वॉलेट या बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है.
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे द्वारा लॉन्च किया गया UTS ऐप यात्रियों के लिए एक बड़ी सुविधा है. यह न केवल टिकट बुकिंग को सरल बनाता है, बल्कि यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर लंबी कतारों से भी छुटकारा दिलाता है. हालांकि, टिकट कैंसिल करने पर रिफंड की शर्तों को समझना जरूरी है, ताकि यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े. UTS ऐप से बुकिंग और रिफंड प्रक्रिया को जानकर यात्री आसानी से अपनी यात्रा को प्रबंधित कर सकते हैं.