श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले ही दिन क्रिकेट के इतिहास में एक अनोखा रिकॉर्ड बन गया. श्रीलंका के दो स्पिनरों धनंजय डी सिल्वा और प्रभात जयसूर्या ने वो कारनामा किया जो अब तक किसी भी टीम ने एशिया के बाहर नहीं किया था. इन दोनों ने टेस्ट मैच में गेंदबाजी की शुरुआत की और इतिहास रच दिया.
श्रीलंका की कमजोर बल्लेबाजी, 236 रनों पर सिमटी पहली पारी
पहले दिन श्रीलंका की बल्लेबाजी कुछ खास नहीं कर पाई और पूरी टीम 236 रनों पर ही सिमट गई. इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और श्रीलंकाई बल्लेबाजों को ज्यादा मौके नहीं दिए. श्रीलंका की ओर से पथुम निसांका ने सबसे अधिक 57 रन बनाए, लेकिन बाकी बल्लेबाज इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाए. श्रीलंका की पूरी टीम को आउट करने के बाद इंग्लैंड ने अपनी पारी शुरू की.
स्पिनरों ने की टेस्ट मैच की शुरुआत, इतिहास में पहली बार
इंग्लैंड की बल्लेबाजी की शुरुआत में ही श्रीलंकाई कप्तान धनंजय डी सिल्वा ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया. उन्होंने तेज गेंदबाजों को हटाकर खुद गेंदबाजी की शुरुआत की. धनंजय के साथ दूसरे ओवर में गेंदबाजी करने आए प्रभात जयसूर्या। यह पहली बार था जब एशिया के बाहर किसी भी टेस्ट मैच में स्पिनरों ने नई गेंद से गेंदबाजी की शुरुआत की. इंग्लैंड के बल्लेबाज भी इस फैसले से हैरान रह गए, क्योंकि मैनचेस्टर की पिच आमतौर पर तेज गेंदबाजों के अनुकूल मानी जाती है.
इंग्लैंड की पारी की शुरुआत और श्रीलंकाई स्पिनरों का दबदबा
श्रीलंकाई स्पिनरों की इस अनोखी शुरुआत के बावजूद इंग्लैंड ने सधी हुई बल्लेबाजी की. हालांकि, जयसूर्या ने अपने सातवें ओवर में इंग्लैंड को पहला झटका दिया और बेन डकेट को 18 रनों पर पवेलियन भेज दिया. इसके बाद इंग्लैंड के कप्तान ओली पोप को अशिता फर्नांडो ने बोल्ड कर दिया. दूसरे सलामी बल्लेबाज डेन लॉरेंस को भी ज्यादा देर टिकने नहीं दिया गया और वे 30 रन बनाकर विश्वा फर्नांडो का शिकार बने.
जो रूट और हैरी ब्रूक ने संभाली पारी, लेकिन जयसूर्या ने किया खेल खराब
इंग्लैंड की पारी को जो रूट और हैरी ब्रूक ने संभालने की कोशिश की. दोनों ने मिलकर 58 रनों की साझेदारी की, लेकिन जयसूर्या ने ब्रूक को 56 रनों पर आउट कर दिया। जयसूर्या ने इसके बाद क्रिस वोक्स को भी 25 रनों पर पवेलियन भेजा. इंग्लैंड की टीम दिन के अंत तक छह विकेट पर 259 रन बना चुकी थी और 23 रनों की बढ़त भी हासिल कर ली थी.
जैमी स्मिथ की संघर्षपूर्ण पारी
इंग्लैंड के जैमी स्मिथ ने श्रीलंकाई गेंदबाजों के सामने संघर्षपूर्ण बल्लेबाजी की. उन्होंने 97 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्के की मदद से 72 रन बनाए और दिन का खेल खत्म होने तक नाबाद रहे. उनके साथ गस एटकिंसन चार रन बनाकर क्रीज पर टिके हुए हैं.
निष्कर्ष
श्रीलंकाई स्पिनरों धनंजय डी सिल्वा और प्रभात जयसूर्या ने इस मैच में एशिया के बाहर स्पिन से गेंदबाजी की शुरुआत कर एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना दिया है. हालांकि, श्रीलंकाई बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, लेकिन गेंदबाजों ने इंग्लैंड को भी चुनौतीपूर्ण स्थिति में रखा है. अब देखना होगा कि दूसरे दिन का खेल किस दिशा में जाता है.