देश भर में किसान हो रहे है परेशान. कड़ी मेहनत के बावजुद भी किसानों को उनकी फसलों पर सही दाम नही मिल रहा है. चाहे वो आलू की खेती हो या फिर प्याज की. जी तोड़ मेहनत के बाद हुई ये फसल अब किसानों के लिए आफत बन चुकी है. दरअसल ज्यादा फसल की उपजाई के कारण फसल के दाम इतने गिर चुके है की किसानों का घर खर्च भी नही निकल पा रहा.
फसलों की अधिकता के चलते और उनके सही दाम ना मिलने के कारण सभी किसानों में आकरोश जारी है.
निराशा की वजह से किसान अब अपनी फसलों को सड़को पर फेक रहे है या फिर खेतों में जोत रहे है. सड़को पर उतर आए किसान दिल्ली पहुंचने के लिए यात्रा की शुरूआत कर चुके है. जिसके चलते एक यात्रा केरल से तो दूसरी यात्रा नासिक से
महाराष्ट्र की निकाली जा रही है. महाराष्ट्र में चल रहा है काफी गंभीर विरोध. मंत्रियों और नेताओं पर फेकी जा रही है प्याजें.जिसके शिकार उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी हो चुके है.
पंजाब,हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों मे भी किसानों की हालत खस्ता है. आलू की फसल ज्यादा होने के कारण किसानों को फसल के लिए सही उाम नही मिल पा रहे है. दामों मे तकरीबन 60 से 76 तक की गिरावट दर्ज हुई है. बीते साल जहां आलू की कीमत 10 रूपये किलो थी वहीं इस साल आलू की कीमत चार रूपये किलो हो चुकी है.
आलू को उगाने में एक किसान को उसका खर्च लगभग 7 से 8 रूपये तक पड़ता है अगर अब वे इसे 4 रूपये किलो के हिसाब से बेचेंगे तो उन्हें कर्ज के तले डूबना पड़ेगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आलू की खेती करने वाले किसानों को 300 रूपये प्रति क्विंटल पर देने का ऐलान किया है पर इससे केवल उनका गुजारा भर ही हो पाएगा.