आज के जमाने में बहुत सारे लोग नौकरी से हटकर अपना बिजनेस या खेती में आगे बढ़ना चाहते हैं वह पारंपरिक खेती से हटकर आधुनिक खेती में ध्यान दे रहे हैं जो की बहुत ज्यादा मुनाफा देती है, अगर आप भी खेती करने में दिलचस्पी रखते हैं या बिजनेस आइडिया सोच रहे हैं तो, स्ट्रॉबेरी की खेती आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकती है.
मुख्यता भारत में स्ट्रॉबेरी की खेती महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश ,उत्तराखंड ,केरल ,तमिलनाडु जैसे राज्य में होती है इन राज्यों में स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए अनुकूल जलवायु और मिट्टी है जो इसके लिए उपयुक्त है.
स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी:
स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए ऐसी मिट्टी चाहिए जो उपजाऊ, जल निकासी वाली और pH मान 5.5 से 6.5 के बीच हो.रेतली मिट्टी (सैंडी सॉइल),दोमट मिट्टी (लोम सॉइल),दोमट मिट्टी (लोम सॉइल),इन मिट्टियों में स्ट्रॉबेरी की जड़ें अच्छी तरह से विकसित होती हैं और पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व मिलते हैं.इसके अलावा, स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए मिट्टी में निम्नलिखित गुण होने चाहिए
जल निकासी की अच्छी व्यवस्था
उपजाऊपन
पीएच मान 5.5 से 6.5 के बीच
नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा
स्ट्रॉबेरी में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं
- विटामिन C: स्ट्रॉबेरी विटामिन C का एक अच्छा स्रोत है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है.
- पोटैशियम: स्ट्रॉबेरी में पोटैशियम होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है.
- फोलेट: स्ट्रॉबेरी में फोलेट होता है, जो गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के विकास के लिए महत्वपूर्ण है.
- एंटीऑक्सीडेंट: स्ट्रॉबेरी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को मुक्त कणों से बचाते हैं.
- फाइबर: स्ट्रॉबेरी में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाता है.
- विटामिन K: स्ट्रॉबेरी में विटामिन K होता है, जो रक्त को जमने में मदद करता है.
- मैग्नीशियम: स्ट्रॉबेरी में मैग्नीशियम होता है, जो मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के कार्य को नियंत्रित करता है.
- कॉपर: स्ट्रॉबेरी में कॉपर होता है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है.
स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए उपयुक्त मौसम वसंत और पतझड़ है। भारत में, स्ट्रॉबेरी की खेती अक्टूबर से फरवरी तक की जाती है.स्ट्रॉबेरी के पौधों के बीच 30-40 सेमी की दूरी रखनी चाहिए. इससे पौधों को पर्याप्त जगह मिलती है और वे अच्छी तरह से विकसित होते हैं.एक एकड़ में लगभग 20,000 से 25,000 स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाए जा सकते हैं.स्ट्रॉबेरी के लिए उपयुक्त मिट्टी उपजाऊ, जल निकासी वाली और pH मान 5.5 से 6.5 के बीच होनी चाहिए। रेतली, दोमट और मटियार मिट्टी स्ट्रॉबेरी के लिए उपयुक्त होती है.स्ट्रॉबेरी के भंडारण के लिए 0°C से 2°C का तापमान उपयुक्त है. इससे स्ट्रॉबेरी ताज़ा रहती है और उनकी गुणवत्ता बनी रहती है.
झारखंड की सरकार खेती में मुख्य तौर से ध्यान दे रही है झारखंड की सरकार ने महिला किसानों को ट्रेनिंग देनी शुरू की है.
स्ट्रॉबेरी की खेती में जितना खर्चा होता कमाई उससे ज्यादा बढ़कर होती है अगर खेती और देखभाल अच्छी हुई तो एक एकड़ खेत से 15 लख रुपए तक की कमाई हो सकती है ,इस तरह 6 महीने में स्ट्रॉबेरी की खेती आप को 9 लाख रुपए तक का मुनाफा करा सकती है.