अमरनाथ यात्रा 2024 को एक बार फिर से भारी बारिश और खराब मौसम के चलते अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. 19 अगस्त को समाप्त होने वाली इस पवित्र यात्रा के लिए श्रद्धालु चिंतित हैं कि वे दर्शन कैसे कर पाएंगे. प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनज़र पहलगाम और बालटाल दोनों ही मार्गों को बंद कर दिया है.
खराब मौसम के कारण यात्रा स्थगित
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम और बालटाल मार्गों पर भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई. इस निर्णय से तीर्थयात्रियों में निराशा फैली है, जो पहले से ही कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे थे. मौसम विभाग ने क्षेत्र में और अधिक बारिश की संभावना जताई है, जिससे यात्रा की बहाली को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है.
तीर्थयात्रियों की उम्मीदें और समस्याएं
सोमवार शाम को श्रीनगर पहुंचे बिहार के तीर्थयात्री आशीष ने उम्मीद जताई कि यात्रा जल्द ही फिर से शुरू हो जाएगी. उन्होंने बताया कि यात्रा के अस्थायी रूप से बंद होने की सूचना मिलने के बाद भी वे आशान्वित हैं कि उन्हें भगवान शिव के दर्शन का मौका मिलेगा. तीर्थयात्रियों ने सुरक्षा बलों द्वारा किए जा रहे सहयोग की सराहना की, लेकिन खराब मौसम के चलते उनकी समस्याएं बढ़ गई हैं.
दोनों मार्गों पर यात्रा बंद
अमरनाथ यात्रा के लिए पहलगाम और बालटाल, दो मुख्य मार्ग हैं. बालटाल मार्ग, तीर्थयात्रियों के लिए एक प्रमुख शिविर स्थल है, जबकि पहलगाम मार्ग लंबे समय से अमरनाथ यात्रा के लिए प्रमुख मार्गों में से एक रहा है. लेकिन लगातार बारिश के कारण इन दोनों मार्गों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है. अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा कारणों से यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है, और मौसम साफ होने पर ही यात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा.
सुरक्षा और प्रशासनिक उपाय
अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. प्रशासन ने यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरी सुरक्षा तैनात की है. कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर वी.के. भिदूरी ने बताया कि भारी बारिश के कारण बालटाल मार्ग पर यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनज़र अगले कुछ दिनों तक बालटाल मार्ग पर यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके साथ ही, पहलगाम मार्ग को भी बंद रखा गया है.
अब तक 5.10 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
अधिकारियों के मुताबिक, इस साल अब तक 5.10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ की 3,880 मीटर ऊंची गुफा मंदिर में भगवान शिव के दर्शन किए हैं. लेकिन भारी बारिश और मौसम की अनिश्चितता के चलते आगे की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को इंतजार करना पड़ सकता है. प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनाएं और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें.
निष्कर्ष
अमरनाथ यात्रा 2024 के स्थगन से तीर्थयात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. खराब मौसम और भारी बारिश के चलते पहलगाम और बालटाल मार्गों को बंद कर दिया गया है, जिससे यात्रा को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है. प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्थिति पर नजर बनाए हुए है, और आगे की जानकारी समय-समय पर जारी की जाएगी.