Sawan Purnima
सावन का महीना हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस महीने को विशेष रूप से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना के लिए जाना जाता है. सावन पूर्णिमा, जो सावन महीने के अंतिम दिन आती है, को शुभ माना जाता है और इस दिन का धार्मिक महत्व भी बहुत अधिक है. इस दिन किए गए दान और पूजा-पाठ से भगवान शिव और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
सावन पूर्णिमा के दिन विशेष रूप से कुछ वस्तुओं का दान करके वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाया जा सकता है. ऐसा माना जाता है कि इन वस्तुओं का दान करने से न केवल दंपत्तियों के बीच प्रेम और समझ बढ़ती है, बल्कि माता लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है, जो जीवन में सुख-समृद्धि लाती है.
वस्त्र दान
सावन पूर्णिमा के दिन सफेद वस्त्र, विशेषकर कपड़े या चादर का दान करना शुभ माना जाता है. सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है, और इसका दान करने से दंपत्तियों के बीच शांति और संतुलन बना रहता है.
चावल और चीनी का दान
चावल और चीनी का दान करने से वैवाहिक जीवन में मिठास और स्थिरता आती है. इन चीजों का दान करने से गृहस्थ जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है और धन-धान्य की कमी नहीं होती.
हल्दी और सिंदूर का दान
हल्दी और सिंदूर का दान करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है. यह दान करने से पति-पत्नी के बीच आपसी प्रेम और विश्वास बढ़ता है. हल्दी को शुभ और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है, वहीं सिंदूर सुहाग का प्रतीक होता है.
अनाज का दान
सावन पूर्णिमा के दिन अनाज, विशेष रूप से गेहूं, चना या दाल का दान करना लाभकारी होता है. इससे परिवार में समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है. अनाज का दान करने से घर में अन्न का भंडार भरा रहता है और लक्ष्मी जी की कृपा मिलती है.
नारियल का दान
नारियल का दान सावन पूर्णिमा के दिन करने से जीवन में सुख-शांति और वैभव की प्राप्ति होती है. नारियल को शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, और इसका दान करने से वैवाहिक जीवन में सौभाग्य की वृद्धि होती है.
सावन पूर्णिमा के दिन इन वस्तुओं का दान करने से न केवल वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है, बल्कि भगवान शिव और माता लक्ष्मी की असीम कृपा भी प्राप्त होती है. इसलिए इस दिन इन वस्तुओं का दान अवश्य करें और अपने जीवन को सुखमय बनाएं.