आज हम लोग बात कर रहे हैं बेगूसराय के संतोष यादव की जो मधुमक्खी पालन यानी बीकीपिंग से चलाना 10 लख रुपए का मुनाफा करते हैं.संतोष ने यह बिजनेस 21 बॉक्स से शुरू किया था और आज उनके पास मधुमक्खी पालन के लिए 1000 बॉक्स हैं और वह इस बिजनेस से लाखों कमा रहे हैं.
क्या है मधुमक्खी पालन ?
मधुमक्खी पालन (बी कीपिंग) एक कृषि गतिविधि है जिसमें मधुमक्खियों को पालना और उनके उत्पादों जैसे कि मधु, मोम, और मधुमक्खी पोलन का उत्पादन किया जाता है. मधुमक्खी पालन में मधुमक्खियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है और उनके लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान किया जाता है.
कैसे संतोष ने शुरू किया यह बिजनेस ?
संतोष बताते हैं कि उन्होंने यह बिजनेस दूसरे गांव को देखकर शुरू किया था लेकिन जब उन्होंने शुरुआत की उन्हें कहीं से भी किसी तरीके की आर्थिक मदद नहीं मिल पाई थी. संतोष बताते हैं कि वह यह बिजनेस पिछले 4 साल से कर रहे हैं और आज के समय में उनके पास हजार बॉक्स है . शहर को बनने में काम से कम 15 दिन लगते हैं और एक बॉक्स में से लगभग 15 किलो शहद की प्राप्ति होती है.
सालाना कैसे करते हैं लाखों का प्रॉफिट ?
संतोष बताते हैं कि वह कारोबारी को 70 से ₹100 होलसेल रेट में कारोबारी को भेजते हैं, और हजार बॉक्स में शहर बनाने का खर्चा ₹3 लख रुपए आता है जिस साल भर में 10 लाख की आमदनी हो जाती है.
भारत में मधुमक्खी पालन का व्यवसाय क्यों है लाभदायक.
भारत में मधु और मधुमक्खी उत्पादों की मांग में वृद्धि हो रही है, जिससे मधुमक्खी पालन व्यवसाय लाभदायक हो रहा है.मधुमक्खी पालन व्यवसाय किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत बन सकता है,भारत सरकार मधुमक्खी पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं और समर्थन प्रदान कर रही है जिससे मधुमक्खी उत्पादों का आयात-निर्यात किया जा सकता है और व्यवसाय को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा मिल सके.
कैसे कर सकते हैं मधुमक्खी पालन ?
भारत में आम निम्नलिखित तरीकों से मधुमक्खी पालन का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं.
- मधुमक्खी पालन के बारे में जानकारी प्राप्त करें.
- मधुमक्खी पालन के लिए उपयुक्त स्थान और उपकरण चुनें.
- मधुमक्खी पालन के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करें.
- मधुमक्खी पालन के लिए आवश्यक अनुमति और लाइसेंस प्राप्त करें.
- मधु का विपणन और बिक्री करें.