Bangladesh Riots
बांग्लादेश में अब हिंदुओं के लिए अब कोई भी जगह सुरक्षित नही है. वहीं पर तेजी से यहां पर हिंदुओं की संख्या भी कम होती जा रही है. खबरों के हवाले से ये बताया जा रहा है, कि हिंदुओं के ज्यादातर परिवार अब बांग्लादेश छोड़ कर के जाने की बात कर रहे है, इसके साथ ही में आपको बतादें, कि इन दिनों बांग्लादेश के बॉर्डर को सील कर दिया जा चुका है. जिसमें कि कोई भी बॉर्डर के पार नही जा सकता है. वहीं पर आपको बतादें, कि अब जल्द ही दूसरे हिंदू लोग जो वहां पर उपस्थित है, जल्द ही ये देश छोड़ कर जाने की कोशिश में लग चुके है. आपको बतादें, कि बांग्लादेश में हिंदुओं के परिवारों को कीना है, कि अब उन्हें लग रहा है, कि वे यहां पर से निकल पांएगे भी या नही. या फिर यहां पर उपद्रवियों के हाथों वे मारे जाएंगे.
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि ये आपबीती वो लोग बता रहे है, जिनकी जानें इस समय बांग्लादेश फसी हुई है. वहीं ये वो लोग है जिन्होनें साल 1971 के दौरान इस देश को आजाद कराया था. वहीं पर आपको बतादें, कि बांग्लादेश के आजाद होने पर हिंदुओं पर अत्याचार भी काफी हद तक बढ़ते ही गए. मंदिर तोड़ दिए गए और लोगों को मौत के घाट उतारा गया. उसके बावजुद भी लोगों ने ये देश नही छोड़ा. आपको बतादें, कि इस बार हिंदुओं को बेहिसाब मुश्किल और डर का सामना करना पड़ रहा है.
तोड़े जा रहे है हिंदुओं के मंदिर
आपको बतादें, कि हिंदुओं की आंखों के सामने मंदिरों को तोड़ा जा रहा है. वहीं पर इस समय बांग्लादेश में छिड़े हुए दंगों में जमातियों के निशाने पर बांग्लादेश के हिंदू और अल्पसंख्यक है. वहां के लोगों का कहना है कि जैसे ही देश का बॉर्डर खुलता है, वैसे ही इस देश को छोड़ देंगे साथ ही में उनका कहना है, कि उन्हें अभी इस बात का नही पता है कि अब उनके साथ कब क्या हो सकता है. हाल ही में हिंदुओं के मन में इतना खौफ बन चुका है, कि वे अपने घरों से बाहरन भी नही निकल पा रहे है, इसके साथ ही में उनकी आंखों के सामने मंदिरों को तोड़ा जा रहा है.
बतादें, कि बांग्लादेश के तकरीबन 21 जिलों के अंदर हिंदू आबादी मौजुद है. जिसमें कि अब दंगों के चलते हिंदुओं की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मी भी इन जिलों को छोड़ कर जा चुके है. आपको बतादें, कि बांग्लादेश के अंदर इन दिनों हालात बद से बत्तर होते देखे जा रहे है. जहां पर अभी कुछ भी नही कहा जा सकता है.