प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा
सैकड़ो लोगों की मृत्यु होने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा देकर देश छोड़ा और खबरों की माने तो शेख हसीना व उनकी बहन भारत पहुंच चुकी हैं ,यह प्रदर्शन जो की सिविल सेवा नौकरी कोटा खत्म करने की मांग से शुरू हुआ था वह शेख हसीना के इस्तीफा तक पहुंच गया.

प्रदर्शनकारिओं की बर्बरता
शेख हसीना के देश से जाने के बाद देश में कई जगह से लूटपाट एवं बर्बरता की खबरें आई हैं जिसमें राजधानी ढाका में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने बमबारी से मेमोरियल म्यूजियम में आगजनी की और बता दे की संग्रहालय में शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान ( पूर्व राष्ट्रपति एवं फादर ऑफ़ द नेशन ) का चित्र भी क्षतिग्रस्त कर दिया, कर्फ्यू एवं इंटरनेट की सुविधा रद्द होने के बावजूद प्रदर्शनकारियों व उनके समर्थकों ने राजधानी ढाका में प्रधानमंत्री निवास में घुसकर बवाल किया, और उन लोगों ने शेख हसीना की तस्वीर को क्षतिग्रस्त किया एवं उनके पिता की मूर्ति पर चढ़कर उस पर हथौड़े से वार किया जिनका बांग्लादेश 1971 में हुए स्वतंत्रता संघर्ष में बड़ा हाथ था .

बांग्लादेश की परिस्थिति
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा ही नहीं बल्कि उन्होंने देश भी छोड़ा है अपनी बहन के साथ भारत पहुंच चुकी हैं , शेख हसीना के देश छोड़ते ही सेना प्रमुख जनरल वकार ने बांग्लादेश को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरिम सरकार बनाई जाएगी और इसके लिए उन्होंने अलग-अलग पक्षों का मत लिया, सरकारी पदों के लिए आरक्षण का विरोध अब देश को ऐसी जगह ले आया है जहां अभी देश का भविष्य बताना असंभव है .

बांग्लादेश की स्थिति का भारत पर असर
भारत और बांग्लादेश के पिछले 53 सालों से अच्छे संबंध हैं पिछले साल हुई g20 समिट में बांग्लादेश को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था , g20 सम्मेलन में बांग्लादेश ऐसा पहले पड़ोसी देश था जिसको भारत ने इतनी तवज्जो दी थी ,प्रमुख तौर में बांग्लादेश की राजनीति में दो हम चेहरे हैं जिनमें से बांग्लादेश अवामी लीग की शेख हसीना और बांग्लादेश नेशनल पार्टी की खालिदा जिया ,लेकिन अब शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद खालिदा जिया को रिहा करने की बात की जा रही है और माना जा रहा है कि वह प्रधानमंत्री पद के लिए खड़ी होगी, विदेशी मामलों के एक्सपर्ट्स के अनुसार बांग्लादेश नेशनल पार्टी का विकास सदस्य कट्टरपंथियों की तरफ रहा है मैं हमेशा पाकिस्तान का पक्ष लेते हैं जिसका फायदा चीन उठना है जो कि भारत के लिए एक बड़ा खतरा है .