क्या दोबारा से हो सकता है NEET-UG का एग्जाम, 18 जुलाई को होगी एक बार फिर से सुनवाई
नीट (NEET) यूजी परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट (SC) में अब 18 जुलाई को सुनवाई होगी. इस महत्वपूर्ण मामले पर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षा विशेषज्ञों की नजरें टिकी हुई हैं. सवाल यह है कि क्या परीक्षा फिर से आयोजित की जाएगी या नहीं?
नीट (NEET) यूजी परीक्षा भारत में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आवश्यक होती है. इस साल की परीक्षा के बाद कई छात्रों ने आरोप लगाए कि परीक्षा में पेपर लीक हुआ है और कई जगहों पर धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आई हैं. छात्रों का कहना है कि इस कारण से परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं और इसे फिर से आयोजित किया जाना चाहिए. छात्रों ने इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में कहा गया है कि परीक्षा की प्रक्रिया में कई खामियां थीं और इसके चलते छात्रों का भविष्य प्रभावित हो सकता है. याचिकाकर्ताओं का दावा है कि अगर परीक्षा फिर से नहीं होती है, तो इसका असर उनके कैरियर पर पड़ेगा.

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और 18 जुलाई को सुनवाई के लिए तिथि निर्धारित की है. कोर्ट इस बात पर विचार करेगा कि क्या परीक्षा को फिर से आयोजित किया जाना चाहिए या नहीं. कोर्ट का फैसला छात्रों के भविष्य को प्रभावित करेगा और परीक्षा की निष्पक्षता को सुनिश्चित करेगा.
18 जुलाई को एक बार फिर से कोर्ट में सुनवाई
इस मामले में कोर्ट के सामने कई पक्ष हैं. एक तरफ वे छात्र हैं जो चाहते हैं कि परीक्षा फिर से हो ताकि निष्पक्षता बनी रहे. दूसरी तरफ वे छात्र भी हैं जिन्होंने पहले ही अच्छी तैयारी करके परीक्षा दी है और वे नहीं चाहते कि परीक्षा फिर से हो. इसके अलावा, परीक्षा आयोजकों और शिक्षा मंत्रालय का भी पक्ष है, जो इस बात पर ध्यान देंगे कि परीक्षा प्रक्रिया में सुधार कैसे किया जा सकता है.

छात्र और अभिभावकों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बेसब्री से इंतजार
18 जुलाई को कोर्ट का फैसला आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि परीक्षा फिर से होगी या नहीं. यह फैसला छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा. सभी की उम्मीद है कि न्यायालय एक निष्पक्ष और संतुलित निर्णय लेगा, जो सभी के हित में हो. इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर सभी की नजरें सुप्रीम कोर्ट की ओर हैं. उम्मीद है कि कोर्ट का फैसला छात्रों के भविष्य को सुरक्षित और परीक्षा की प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाएगा. 18 जुलाई का दिन इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है.