कल्लाकुरची जहरीली शराब त्रासदी पर विपक्ष का अभी तक कोई बयान नहीं आया है. जिस पर भाजपा के सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता ‘डा़. संबित पात्रा’ ने इस जहरीली शराब त्रासदी को हत्याकांड बताते हुए डीएमके पर मिलीभगत का शक जताया है. डॉ समित पात्रा ने 32 से ज्यादा वंचित ऑन की हत्या का सीधा आरोप लगाया है.

संबित पात्रा ने कांग्रेस पर कसा तंज
भाजपा प्रवक्ता एवं सांसद संबित पात्रा ने कांग्रेस को सवालों से घेर लिया है खासकर 32 से ज्यादा वंचितों के मरने के बारे में बोलते हुए पूछा कि ,इतनी बड़ी और गंभीर घटना पर सोनिया गांधी ,राहुल गांधी ,प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जैसे बड़े नेता चुप क्यों है? समित पात्रा ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा -उम्मीद है कि संसद सत्र के पहले दिन सोमवार को कांग्रेस के नेता महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने काली पट्टी बांधकर जाएंगे और पश्चाताप के लिए मौन धारण करेंगे.
50 से अधिक लोगों की मौत पर भी कांग्रेस चुप
रविवार को दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में भाजपा प्रवक्ता ने पत्रकारों से कहा कि तमिलनाडु के कल्लाकुरची के जिस गांव करुणापुरम में जहरीली और अवैध शराब से कई लोगों की मौत हुई है, उसमें दलितों की संख्या अधिक है. जहरीली शराब से अब तक 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 200 लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं. इस विषय पर अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई कुछ नहीं बोला है. सोनिया गांधी ,राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे सभी कांग्रेस के नेता आखिर चुप क्यों है?
जिला न्यायालय के सामने और पुलिस स्टेशन के बगल में चल रहा अवैध शराब का कारोबार
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद संबित पात्रा का कहना है कि 32 से ज्यादा वंचित लोग लोगों की मृत्यु नहीं हुई उनकी हत्या की गई है. संबित पात्रा ने कुछ रिपोर्ट के बारे में बताते हुए कहा, तमिल नाडु शहर के बीचो बीच यह है अवैध शराब का कारोबार चल रहा है जो कि पुलिस स्टेशन के बराबर में और जिला न्यायालय के बिल्कुल सामने कई सालों से चल रहा है. इस सब की सारी जानकारी तमिलनाडु के प्रशासन को है इसके बावजूद भी उन्होंने कुछ नहीं किया जिसके कारण 50 से अधिक लोगों को अपनी जान इस जहरीली शराब के कारण कब आ चुके हैं और यह कोई छोटी बात नहीं है.
डीएमके के तमाम पार्षदों और मंत्रियों को मिलते थे पैसे
भाजपा की प्रवक्ता ने तमिलनाडु के कलेक्टर के द्वारा दिए गए बयानों पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि कलेक्टर ने बयान इसलिए दिए क्योंकि अगले दिन से विधानसभा का सत्र था. उन्होंने कलेक्टर के बोले गए शब्दों को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के शब्द बताया. उन्होंने कहा कि यह सब कलेक्टर से बोलने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ‘एमके स्टालिन’ ने कहा होगा.
डीएमके के तमाम मंत्रियों से लेकर पार्षदों तक को इस अवैध शराब के चल रहे कारोबार से पैसे मिलते थे. जिसके कारण अवैध शराब माफियाओं को छाप पड़ने से पहले ही सूचना दे दी जाती थी. इस बारे में वहां के विधायक ने बताया कि वह हर बार इस बारे में विधानसभा में बात करना चाहते थे पर उन्हें हर बार रोक दिया जाता था.