पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में मंगलवार को पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान के आह्वान पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और लाहौर में उनके जमान पार्क स्थित आवास के बाहर पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच भारी झड़प हुई। पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी ने इमरान खान के घर को घेर लिया है, क्योंकि इस्लामाबाद पुलिस के तरफ से तोशाखाना मामले में उनकी गिरफ्तारी होनी है।
पुलिस पहुंची इमरान के घर।
कोर्ट के आदेश पर इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए इस्लामाबाद से पुलिस की एक टीम लाहौर आई है. पुलिस के आने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक उनके घर के बाहर जमा हो गए थे. वे लोग पिछले 11 घंटो से इमरान खान के घर के बाहर डेरा जमाए बैठे है. इस्लामाबाद से पुलिस की एक टीम के आने के बाद उनके समर्थक उनके घर के बाहर जमा हो गए थे।
पुलिस और इमरान खान के समर्थकों के बीच झड़प।
इमरान खान के लाहौर स्थित जमन पार्क आवास के बाहर लंबे पुलिस ऑपरेशन के बावजूद पीटीआई कार्यकर्ताओं के कड़े प्रतिरोध के कारण पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हिंसक झड़पों में पीटीआई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस ने पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है। बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ता आंसू गैस के गोले का सामना कर रहे हैं।
इमरान खान ने कल किया ट्वीट।
इमरान खान ने कल शाम अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो रिकॉर्डेड बयान में कहा कि पुलिस मुझे गिरफ्तार करने और जेल भेजने आई है. अगर मुझे कुछ हो जाता है, या जेल भेज दिया जाता है या वे मुझे मार देते हैं तो आपको साबित करना होगा कि यह देश इमरान खान के बिना भी संघर्ष करता रहेगा।
इमरान खान ने मंगलवार को अपने समर्थकों से बाहर आने का आह्वान किया, क्योंकि लाहौर में उनके जमान पार्क स्थित आवास के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं और पुलिस अधिकारियों के बीच झड़प हो गई थी. ट्विटर पर एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, ‘पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची है. वे सोचते हैं कि मेरे गिरफ्तार होने के बाद देश सो जाएगा. आपको उन्हें गलत साबित करना होगा.’
क्या है तोशाखाना मामला।
पाकिस्तान के कानून के अनुसार किसी विदेशी राज्य के गणमान्य व्यक्तियों से प्राप्त कोई भी उपहार स्टेट डिपॉजिटरी यानी तोशाखाना में रखना होता है। अगर राज्य का मुखिया उपहार को अपने पास रखना चाहता है तो उसके लिए उसे इसके मूल्य के बराबर राशि का भुगतान करना होगा। यह एक नीलामी की प्रक्रिया के जरिए तय किया जाता है। ये उपहार या तो तोशाखाना में जमा रहते हैं या नीलाम किए जा सकते हैं। 2018 में सत्ता में आए इमरान खान को आधिकारिक यात्राओं के दौरान करीब 14 करोड़ रुपये के 58 उपहार मिले थे। इन महंगे उपहारों को तोशाखाना में जमा किया गया था। बाद में इमरान खान ने इन्हें तोशखाने से सस्ते दाम पर खरीद लिया और फिर महंगे दाम पर बाजार में बेच दिया। और इन्हें बेचकर 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा कमा लिया।