कृषि विशेषज्ञों से ये खबर सामने आई है की इस साल जल्दी गर्मी पड़ने की वजह से 30 प्रतिशत फसल प्रभावित हुई है.
मार्च के शुरूआती हफ्ते से ही इस साल मई-जून में पड़ने वाली गर्मी देखी जा रही है.कृषि विशेषज्ञों और एग्रीकल्चर साइंटिस्ट का कहना है की ज्यादा गर्मी के चलते फसलों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है. जिसमें 30 फीसदी फसल प्रभावित हुई है.
भारी गर्मी की वजह से फल और सब्जियों की उपज पर भी बहुत असर पड़ा है.
इस साल मार्च के महीने में कई इलाकों में पारा 40 डिग्री तक पहुंच चुका है.जिसके चलते ये आशंका जताई जा रही है की इस वर्ष मई और जून में पारा 50 डिग्री सेल्सियस के करीब तक जा सकता है.जिसकी वजह से फलों और सब्जियों की प्रोडक्शन में 30 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है.तेज धूप से हो फसलों का हो रहा है नुकसान.
कड़ाके की गर्मी से हो रही लीची और आम की फसल खराब.इसके साथ ही नींबू, संतरा, तरबूज, केले और काजू की खेती पर भर दिख रहा गर्मी का कहर. वहीं पत्तों वाली सब्जियों में भयंकर गर्मी के चलते नजर आ रहा असर. जिनमें न्यूट्रीशनल वैल्यू की कमी भी देखी जा रही है.
भारत के कई इलाकों में अचानक से तापमान में वृद्धि हो रही है.जिससे जन जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है.