भारत में किसान अब नई-नई तकनीकों के साथ कर रहे है खेती.कई इलाको में किसान फसलों को पानी देने के लिए मिस्ड कॉल से स्टार्ट होने वाले पंप सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे है.दरअसल, 4-5 सालों से भारत के कई इलाको में इस न्यू पंप सिस्टम को किसानों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है. कई कंपनियां ऐसे एग्रीकल्चर पंप को डिजाइन कर रही है जिन्हें मोबाइल के जरिए ऑपरेट किया जा सके.
इस एग्रीकल्चर पंप सिस्टम में किसान मात्र एक मिस्ड कॉल से अपनी फसलों को आराम से पानी पहुंचा सकता है. ऐसे भी बहुत से किसान है जिन्होनें ये सिस्टम अपने आप ही डेवलप कर लिया है. इस सिस्टम के दौरान फसलों में पानी पहुंचाने वाले पंप का स्विच केवल एक मिस्ड कॉल से ऑन और ऑफ हो जाता है.
कैसे करता है ये सिस्टम वर्क
ये सिस्टम जीएसएम रिमोट कंट्रोलर के बेस पर करता है काम.इस सिस्टम में किसानों को खेतों में पानी देने में काफी आसानी होतीइ है.इसके साथ ही मोबाइल एनेबल्ड सिस्टम से चलने वाले इस पंप में चलने का समय भी निर्धारित किया जाता है. जिसकी मदद से समय, पानी और बिजली या डीजल की हो रही है बचत.
हालही में बिहार के एक किसान ने ये बताया की वे काफी समय से इस सिस्टम का उपयोग कर रहे है. जिसके जरिए उन्हें खेतों में पानी देने के लिए अपने घर से दूर खेतों में नही जाना पड़ती है. वे घर से ही पानी का पंप ऑन या ऑफ कर देते है. मिस्ड कॉल पर ही सिंचाई का काम शुरू हो जाता है और मिस्ड कॉल के जरिए ही ये सिस्टम बंद हो जाता है. इस सिस्टम को बनाने के लिए किसानों ने टेप-रेडियो में इस्तेमाल होने वाली 6 वोल्ट डीसी रिलों को यूज किया है. जिसमें 240 ऐसी रिलों को स्टार्टर से जोड़ कर एक सामान्य मोबाइल से कनेक्ट कर दिया जाता है. फसलों की सिंचाई के लिए ये वॉटर सिस्टम किसानों को काफी लाभदायक प्रतीत हो रहा है